Union minister said: digi desk/BHN/सिवनी/ जिले के आदिवासी अंचल घंसौर पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की जुबान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते समय फिसल गई। उन्होंने कहा कि यहां जो लोग शिकायत करते हैं कई बार मेरे अनुभव में आया है, लेकिन में अब ये कहना चाहता हूं कि ऐसा कुछ मेरे पास आया तो बदमाशी अब नहीं चलेगी। इसके लिए एक दो को कौआ जैसा टांगना भी पड़े चाहे वो सरपंच हो या सचिव हो उनके बारे में हम चिंता नहीं करेंगे। हालांकि बाद में मीडिया के कैमरा चलता देख मंत्रीजी ने अपनी बातों को सुधारने का प्रयास किया और कहा कि मै उन्हें धमका नहीं रहा हूं, पर मुझे लगता है कि गांव के लोग इतनी शिकायत करते हैं तो शिकायत का समाधान क्या है। इससे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में हिस्सा लेने घंसौर पहुंचे। जहां उन्हें ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त मोर्चा ने भी ज्ञापन सौंपा।
कोविड नियमों का नहीं किया पालन
शनिवार को जैसे ही केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते घंसौर पहुंचे, वैसे ही उनके स्वागत सत्कार में घंसौर नगर भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी कार्यक्रम स्थल पर नजर आए। इस दौरान कोविड नियमों को ताक पर रख दिया गया। कार्यक्रम स्थल पर अनेक कार्यकर्ता बिना मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करना भूल गए। मंच पर मौजूद नेता भी बिना मास्क के नजर आए।
विवादित बयान पर सरपंच संघ ने जताया विरोध
केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सरपंच संघ घंसौर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरपंच भी जनता से जुड़ा जनप्रतिधि ही होता है। हर सरपंच, सचिव चोर नहीं होता। ऐसे में उनके द्वारा सरपंच सचिवों के लिए जो बयान दिया गया है वह निंदनीय है और सरपंच संघ आने वाले दिनों में इसका भरपूर विरोध दर्ज कराएगी।
संयुक्त मोर्चा ने भी की विवादित बयान की निंदा
पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के लगभग 17 संगठनों से मिलकर बने संयुक्त मोर्चा ने भी केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते के बयान की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि गुनहगार को सजा देना कोर्ट का काम है। ऐसे में अगर एक केंद्रीय मंत्री द्वारा सरपंच सचिवों के विषय में कौए जैसे उल्टे लटकाने की बात कही गई है वह गलत है। सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष नंदलाल भलावी ने कहा कि इस बयान के लिए वे प्रंतीय संगठन से भी बात करेंगे।