सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों के लिये 26 से 31 जुलाई तक कोविड-19 से बचाव के लिये विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा। टीकाकरण प्रतिदिन प्रातः 9 से सायं 5 बजे तक किया जायेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों के सभी प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों के लिए 26 जुलाई से विशेष टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। महाविद्यालयों में प्रवेश के पूर्व आयोजित किये जा रहे इस अभियान को सभी मिलकर सफल बनायें। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि समाज को कोविड मुक्त बनाए रखने के लिए वैक्सीनेशन अति आवश्यक है। साथ ही कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन भी किया जाना चाहिये। प्रदेश में महाविद्यालयों को खोले जाने के पूर्व सभी प्राध्यापकों और कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिये 26 से 31 जुलाई के मध्य ’वर्कप्लेस कोविड-19 टीकाकरण सत्र’ आयोजित जा रहा है।
इस सिलसिले में उच्च शिक्षा विभाग ने टीकाकरण अभियान के लिए संस्थावार और तिथिवार योजनाबद्ध कार्यक्रम बनाने के लिए सभी शासकीय अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश जारी किये हैं। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ मिलकर वे टीकाकरण कार्यक्रम तय करेंगे। इस अभियान में समस्त शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को कोविड-19 का पहला या दूसरा टीका लगाया जायेगा। टीकाकरण के लिए चयनित संस्थाओं में सभी आवश्यक सुविधाएँ भी विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जायेंगी।
15 दिन से ज्यादा खांसी होने पर टीबी की जांच कराने की सलाह
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान ऐसे मरीज जो कोविड से ठीक हो चुके हैं या जो लक्षणयुक्त हैं, पर आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव है और यदि लगातार खांसी, बुखार बना रहता हो या भूख नहीं लग रही है या रात्रि को पसीना आता है या वजन कम हो रहा है, तो उनको क्षय (टीबी) रोग की जाँच कराना चाहिए। उन्होंने सलाह दी है कि ऐसे व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर बलगम या खकार की जांच अवश्य करवायें, जिससे समय रहते टीबी रोग की पहचान हो सके एवं निःशुल्क उपचार प्रदान किया जा सके। इस संबंध में जिला क्षय अधिकारी ने बताया कि ऐसे रोगी बिना किसी संकोच के सामने आयें एवं एक्सरे-बलगम की जांच करवायें, टीबी रोग का पता लगाकर समय पर टीबी का निःशुल्क उपचार प्राप्त करें।