सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ रैगाव विधानसभा सीट में उपचुनाव की सुगबुगाहट तेज हो चुकी ऐसे में अपनी बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर अब जनता भी सड़कों पर उतर रही है। खडोरा के बाद अब दिधौध गांव के ग्रामीण लामबंद होकर सड़कों पर उतरे हैं। रोड नही तो वोट नही का नारा बुलंद कर बुधवार को सतना सेमरिया मार्ग को लोगों ने जाम कर दिया। यह चका जाम लगभग चार घन्टे चला जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने नरमी दिखाई और जाम खोल।
एंबुलेंस को भी नहीं जाने दिया
बुनियादी सुविधाओं की मांग कर सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों ने इतना कड़ा प्रदर्शन किया कि जाम में कई जिंदगियां तडपती रही। एंबुलेंस तक को नहीं जाने दिया गया। कई बीमार व्यक्ति जाम में फंसे। दो घंटे बाद तहसीलदार के आश्वासन के बाद जाम खुला। जिसके बाद एम्बुलेंस निकल पाईं।
सियासी पारा गरम
जिले के रैगांव विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक एवं मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जुगल किशोर बागरी के निधन के बाद अब रैगांव विधानसभा क्षेत्र में सियासी सरगर्मियां बढती ही जा रहे हैं। विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के पहले ही ग्रामीणों में रोड नहीं तो वोट नहीं का आक्रोश दिखाई दे रहा है। बुधवार को कोठी तहसील के अंतर्गत दीधोध ग्राम के ग्रामीणों ने नैना चौराहा से दीधोध भाटिया बस्ती तक तकरीबन 4 किलोमीटर सडक मार्ग ना होने की वजह से स्टेट हाईवे सेमरिया सुंदरा मार्ग को जाम कर दिया। ग्रामीणों का यह प्रदर्शन रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर तले किया गया। बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन के पीछे विधानसभा क्षेत्र के कई नेता पीछे से निर्देश दे रहे हैं। जिसे सीधे तौर पर उप चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
एंबुलेंस रोकने वालों पर होगी कार्रवाई
सड़क जाम की सूचना मिलते ही जिला एवं पुलिस प्रशासन दल बल के साथ मौके पर पहुंच गया। करीब 4 घंटे की कड़ी मश-त के बाद यह जाम खुला। इसके साथ ही ग्रामीणों का आरोप था कि गांव के सचिव द्वारा लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। सचिव खिलाफ कार्रवाई की भी ग्रामीणों ने तहसीलदार से मांग की। वही इस मामले पर कोठी तहसीलदार शैलेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दीधोध ग्राम में तकरीबन चार किलोमीटर सड;क मार्ग को लेकर यह प्रदर्शन किया गया था। ग्रामीणों को समझाइश देकर जाम खुलवाया गया। वहीं इस प्रदर्शन के दौरान एम्बुलेंस में सवार मरीजों को जाने से ग्रामीणों ने रोका था इसकी जांच परीक्षण के बाद प्रदर्शनकारियों पर कानूनी कार्रवाई भी करने के निर्देश दिए गए हैं।