पन्ना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ पन्ना टाइगर रिजर्व में नर हाथी गणेश की शल्यक्रिया बुधवार को सफलता पूर्वक संपन्न हुई। विगत 15 दिनों से गणेश (उम्र लगभग 28 वर्ष) के अगले बाएं पैर में फाइब्रोसिस होने के कारण एक फुटबॉल के आकार की आकृति निर्मित हो गई थी, जिसके कारण उसे अत्यधिक पीड़ा हो रही थी। पैर में सूजन आ जाने के कारण उसे चलने-फिरने में दिक्कत हो रही थी।
पन्ना टाइगर रिज़र्व कार्यालय से मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार 14 जुलाई को सुबह हाथी कैम्प हिनौता में एस.डब्ल्यू.एफ.एच. जबलपुर की टीम व पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम ने मिलकर इस फुटबॉलनुमा आकृति की शल्यक्रिया की । शल्यक्रिया के दौरान हाथी गणेश को बेहोश किया गया। वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि सर्जरी सुबह 7 बजे से 9.30 बजे तक चली। हाथी के आगे वाले बाएं पैर में फुटबाल के आकार की आकृति निकल आई थी। इसका इलाज किया जा रहा था, लेकिन चलने-फिरने में परेशानी होने तथा तकलीफ बढ़ने पर पार्क प्रबंधन द्वारा सर्जरी से गांठ निकालने का निर्णय लिया गया।
हाथी को होश में लाया गया तथा उसे ड्रिप चढ़ाई गई
सफल शल्यक्रिया के उपरांत हाथी को होश में लाया गया तथा उसे ड्रिप चढ़ाई गई। हाथी गणेश अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है। 28 वर्षीय इस हाथी की समुचित देखरेख आवश्यक उपचार जारी रहेगा। मालूम हो कि हाथी गणेश को वर्ष 2012 में जनवार के पास उस समय पकड़ा गया था, जब वह हाथियों के अपने कुनबे से बिछुड़कर यहां पहुंचा था। इस जंगली हाथी को पन्ना टाइगर रिजर्व के महावतों ने प्रशिक्षित हाथियों के बीच रखा और ट्रेनिंग दी। तभी से गणेश पन्ना टाइगर रिजर्व के हाथियों के कुनबे में शामिल है।
शल्यक्रिया विशेषज्ञ डॉ.शोभा जावरे द्वारा की गई
गणेश हाथी की शल्यक्रिया डॉ.शोभा जावरे एस.डब्ल्यू.एफ.एच. शल्यक्रिया विशेषज्ञ जबलपुर द्वारा डॉक्टर संजीव गुप्ता वन्य प्राणी चिकित्सक पन्ना टाइगर रिजर्व के तकनीकी मार्गदर्शन में संपन्न किया गया। पूरी प्रक्रिया के दौरान उत्तम कुमार शर्मा क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व एवं जरांडे ईश्वर राम हरि उपसंचालक पन्ना टाइगर रिजर्व उपस्थित रहे।