उमरिया। बांधवगढ़ के बफर जोन में सक्रिय बाघों से एक बार फिर आस-पास के गांव में खतरा बढ़ने लगा है। शनिवार की सुबह परासी के निकट एक बाघ को सड़क पर देखा गया। यह बाघ सड़क के बिल्कुल बीच में बैठा हुआ था। जिसके कारण वन विभाग के कर्मचारियों ने लोगों को दूर ही रोक दिया। कुछ देर बाद यह बाघ उठकर जंगल के अंदर चला गया। जहां पर यह बाघ था वहां से बमुश्किल आधा किलो मीटर पर ग्राम परासी बसा हुआ है। यही पास में कई अन्य गांव भी हैं।
बफर जोन में सक्रिय बाघों के कारण आसपास के गांव में लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति यह सिर्फ यही नहीं है बल्कि खितौली रेंज में भी है खितौली रेंज के कई बाघ बफर में सक्रिय हैं और कटनी जिले के गांव के आसपास घूमते रहते हैं। पनपथा पतौर और मानपुर, धमोकर क्षेत्रों में भी बाघ लगातार बफर जोन में सक्रिय हैं। इसकी वजह सिर्फ यह है कि बांधवगढ़ में बाघों का घनत्व काफी बढ़ गया है और वे अपने लिए जंगल तलाश रहे हैं।