छतरपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले में कोरोना की स्थिति बेहद खतरनाक हो गई है। जिला अस्पताल में अब मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं है। घरों में मरीज तड़प रहे हैं उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है। संविदा कर्मचारियों के भरोसे पूरी व्यवस्था चल रही है। बड़ी संख्या में पुलिस कर्मचारी पाजिटिव हो चुके हैं। पुलिस लाइन में दो-दो कमरों के मकानों में परिवार के साथ रहने वाले पाजिटिव हुए पुलिस कर्मचारियों को आइसोलेशन की बड़ी समस्या है। इसके चलते अब एसपी ने पुलिस लाइन में नये बने शासकीय आवास जो अभी कर्मचारियों को आवंटित नहीं हुए हैं इनमें पाजिटिव हुए पुलिस कर्मचारियों को आइसोलेट कराने का फैसला लिया है। जिले की बिगड़ती स्थिति को देखकर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने भी एक बड़ा फैसला लिया है। नौगांव रोड में बने अपने एक बड़े व्यवसायिक परिसर में कोविड सेंटर शुरू करने की पेशकश की है।
व्यवसायिक परिसर शासन को दिया
छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने कलेक्टर को लिखे एक पत्र में कहा कि नौगांव रोड पर उनके व्यापारिक समूह केएम ग्रुप का एक विशाल व्यवसायिक परिसर मौजूद है। खजुराहो मोटर्स के इस पुराने शोरूम में तीन बड़े हॉल निर्मित हैं। बिजली व पानी की सभी सुविधाएं मौजूद हैं। यहां 150 से 300 मरीजों को आसानी से आइसोलेशन में रखा जा सकता है। उक्त भवन को प्रशासन मरीजों की देखभाल के लिए ले सकता है। उन्होंने कहा कि भवन में भर्ती होने वाले मरीजों को भोजन-पानी, विद्युत व्यवस्था सहित सभी सुविधाएं वे उपलब्ध कराने के लिए सहमत हैं।
पुलिस लाइन के खाली मकान बने आइसोलेशन रूम
रात-दिन ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मचारी भी बड़ी संख्या में कोरोना पाजिटिव हो रहे हैं। इन कर्मचारियों के साथ सबसे बड़ी समस्या आइसोलेशन की है। पुलिस विभाग के ये कर्मचारी पुलिस लाइन, सिविल लाइन, सिंचाई कॉलोनी, कलेक्ट्रेट के पास बने सरकारी मकानों में रहते हैं। इन मकानों में केवल दो-दो कमरे ही हैं। ऐसे में पाजिटिव हुए कर्मचारियों को परिवार के बीच अलग से कमरे में क्वारंटाइन होने की व्यवस्था नहीं है। अपने कर्मचारियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए एसपी सचिन शर्मा ने पुलिस लाइन में बनाए गए नए आवासों को आइसोलेशन रूम के रूप में उपयोग करने की अनुमति दी है। पुलिस विभाग के जो कर्मचारी पाजिटिव हुए हैं उन्हें इन नये मकानों में आइसोलेट किया जा रहा है। यहां पानी, बिजली के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं।
शुरू हुए 11 कोविड सेंटर
पिछले साल कोरोना की पहली लहर के दौरान जिले में बनाए गए कोविड सेंटरों में से 11 कोविड सेंटरों को नवंबर 20 में बंद कर दिया गया था। लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने बंद किए गए 11 कोविड सेंटरों को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है। इनके प्रभारी भी कलेक्टर ने नियुक्त कर दिए हैं। जिला अस्पताल के कोविड सेंटर का प्रभारी सिविल सर्जन लखन लाल तिवारी को बनाया है। ढड़ारी कोविड सेंटर के प्रभारी डॉ. चंद्रप्रकाश यादव, हॉस्टल महोबा रोड डॉ. महर्षि ओझा, हॉस्टल गौरैया रोड डॉ. महर्षि ओझा, जैन धर्मशाला खजुराहो डॉ. पंकज रस्तोगी, ट्रेनिंग सेंटर नौगांव डॉ. रविन्द्र पटेल, छात्रावास बिजावर डॉ. ललित उपाध्याय, छात्रावास बकस्वाहा डॉ. ललित उपाध्याय, छात्रावास बड़ामलहरा डॉ. केपी बमोरिया, छात्रावास गौरिहार डॉ. आरएस प्रजापति, छात्रावास लवकुशनगर में बनाए गए कोविड सेंटर का प्रभारी डॉ. एसपी शाक्यवार को बनाया गया है।