सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले में इस वर्ष 1 जून से 11 अगस्त 2024 तक 464.6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 778.7 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 312.9 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 476.8 मि.मी, बिरसिंहपुर में 467 मि.मी., रामपुर बाघेलान में 340 मि.मी., नागौद में 535.5 मि.मी., जसो (नागौद) में 229.7 मि.मी. एवं उचेहरा में 576 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 891.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि में 399.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
मैहर जिले में अब तक 680.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
मैहर जिले में इस वर्ष 1 जून से 11 अगस्त 2024 तक 680.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख मैहर से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले की अमरपाटन तहसील में 720 मि.मी., मैहर में 646.1 मि.मी. एवं रामनगर में 675.2 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 919.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि में 362.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
स्कूली बच्चों को समझाए वैक्टर बोर्न बीमारियों से बचाव के उपाय
बारिश के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ने की संभावना अधिक रहती है। बीमारियों की रोकथाम और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी देने के लिए स्कूली बच्चों के बीच विशेष जागरूकता गतिविधियों की जा रही है। जिसके तहत घर में लार्वा पैदा होने के संभावित स्थानों, लार्वा की पहचान और उसे नष्ट करने के तरीके बताए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग एवं एंबेड परियोजना फैमिली हेल्थ इंडिया द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही रहवासी कालोनियों में सामुदायिक बैठकों का आयोजन भी किया जा रहा है। जिसमें लोगों को अपने घर में एक सप्ताह से अधिक समय से पानी जमा होने के स्रोतों की स्वयं निगरानी करने के बारे में जानकारी दी जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मौसम में हो रहे बदलाव के कारण लार्वा पनपने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए साफ पानी इकट्ठा होने के सभी स्त्रोतों की जांच और सफाई आवश्यक है।