Corona Vaccination Programme Phase-2:digi desk/BHN/ पूरे देश में कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है. दूसरे चरण के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीका लगवाई. अभी तक देश में 1,80,5,503 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है. हालांकि, फिलहाल 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और गंभीर बीमारी से ग्रस्त 45 साल के अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. इस बीच, सबसे बड़ा सवाल यह पैदा हो रहा है कि जो लोग शराब पीने के आदी हैं, वे क्या कोरोना का टीका लगवाने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं. इस सवाल को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने जवाब भी दिया है. आइए जानते हैं कि इस सवाल को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या जवाब दिया है?
शराब के सेवन के गलत प्रभाव का सबूत नहीं
विशेषज्ञों के हवाले से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अभी तक वैक्सीन की प्रभावशीलता पर शराब के सेवन के बाद कोई गलत असर होने का सबूत सामने नहीं आया है. इसके साथ ही, मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया पर महिला की प्रजनन क्षमता पर असर डालने वाले होने वाले दावे पूरी तरह से गलत और निराधार हैं.
महिलाओं के प्रजनन को नहीं करता प्रभावित
मंत्रालय ने कहा कि उपलब्ध टीकों में से कोई भी प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करता है. सभी टीकों को पहले जानवरों पर और फिर उसके बाद में मनुष्यों में परीक्षण किया जाता है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उनका कोई दुष्प्रभाव है? उनकी सुरक्षा और प्रभावी होने का आश्वासन मिलने के बाद ही वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी जाती है.
दोनों स्वदेशी टीके पूरी तरह सुरक्षित
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि दोनों टीके सुरक्षित हैं, लेकिन किसी भी असुविधा या शिकायत के मामले में लोगों को नजदीक के स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर जाने या स्वास्थ्य कर्मचारियों को कॉल करने की सलाह दी जाती है. उनका यह नंबर कोविन एसएमएस के जरिए से वैक्सीनेशन के बाद भी दिया जाता है.
वैक्सीनेटर को बताएं नियमित दवा सेवन के बारे में
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि नियमित दवा के सेवन को लेकर कोई निर्देश नहीं है. कोई भी व्यक्ति नियमित रूप से दवा ले सकता है. आप जिन दवाओं का सेवन करते हैं, उनके बारे में बस वैक्सीनेटर को बता दें.
गंभीर बीमारी वाले भी ले सकते हैं वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्रालय से जब यह सवाल किया गया कि हाइपरटेंशन, डायबिटिक मेलिटस, क्रोनिक किडनी की बीमारी और दिल संबंधी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति ले सकते हैं? इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कुल मिलाकर दोनों वैक्सीन को-मॉर्बिडिटीज वाले लोगों पर भी सेफ और प्रभावी हैं. मंत्रालय ने कहा है कि अगर आपको किसी स्पेसिफिक वजह को लेकर चिंता है, तो फिर अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
कोरोना से संक्रमित होने वाले को भी लेना चाहिए टीका
मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना होने के बाद इम्युनिटी का डेवलपमेंट होने की बात को स्थापित नहीं किया गया है. इस वजह से अगर किसी को कोरोना हो भी चुका हो, तो भी उसे वैक्सीन लेनी चाहिए. कोरोना से ठीक होने के 4-8 सप्ताह के बाद वैक्सीन लगवानी चाहिए.