Mahakal Temple Ujjain:digi desk/BHN/ बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में मनाए जा रहे शिवनवरात्रि पर्व को लेकर उत्साहित हैं। गुरुवार को उन्होंने भगवान महाकाल के फोटो के साथ एक ट्वीट कर पर्व का जिक्र किया। लिखा- शिवनवरात्रि शुरू हो गई। भगवान को हल्दी लगी और आज से नौ दिनों के बाद भगवान शिव को सेहरा बंधेगा। उन्होंने जय श्री महाकाल लिखकर अपनी बात समाप्त की। गुरुवार को इंटरनेट मीडिया पर उनका ये ट्वीट चर्चाओं में रहा।
महाशिवरात्रि पर 29 घंटे में 25 हजार भक्त को कराएंगे दर्शन
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर केवल 25 हजार भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे। मंदिर प्रबंध समिति ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह निर्णय लिया है। दर्शनार्थियों को मंदिर की वेबसाइट, महाकालेश्वर एप तथा टोल फ्री नंबर 18002331008 पर दर्शन की अग्रिम बुकिंग कराना होगी। दर्शनार्थी 5 मार्च से अग्रिम बुकिंग करा सकेंगे। दर्शन का समय 11 मार्च की सुबह 5 बजे से 12 मार्च की सुबह 10 बजे तक निर्धारित किया गया है। हालांकि वीआइपी, 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट, विशेष पासधारी दर्शनार्थी तथा मंदिर के पुजारी, पुरोहितों के स्वजनोें को लेकर समिति ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
बता दें कि हर वर्ष शिवरात्रि पर 1 से सवा लाख दर्शनार्थी भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर आते हैं। मगर इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए व्यवस्थाओं में बड़े परिवर्तन किए जा रहे हैं। कलेक्टर आशीषसिंह ने महाशिवरात्रि पर 25 हजार दर्शनार्थियों को अग्रिम बुकिंग के आधार पर भगवान महाकाल के दर्शन कराने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते समिति ने दर्शनार्थियों की संख्या समिति रखने के लिए यह कदम उठाया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि प्रोटोकाल के तहत आने वाले विशिष्ट व्यक्ति, 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट तथा विशेष पासधारी श्रद्धालुओं के साथ पुजारी, पुरोहित के स्वजन भी 25 हजार लोगों में शामिल रहेंगे या अलग से।
अभी 16 घंटे में 28 हजार भक्त कर रहे दर्शन
मंदिर समिति आम दिनों में सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक 16 घंटों में निर्धारित 8 स्लाट में 28 हजार भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन करा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि महाशिवरात्रि पर दर्शन का समय 29 घंटे निर्धारित किया गया है, फिर भक्तों की संख्या 25 हजार तक सीमित क्यों की जा रही है।
एक-दो दिन में व्यवस्थाओं को अंतिम रूप
महाशिवरात्रि पर वीआइपी व प्रोटोकॉल के तहत आने वाले दर्शनार्थियों का दबाव अधिक रहता है। मंदिर समिति प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में हरे, पीले, गुलाबी विशेष दर्शन पास छपवाती है। इन्हें विभिन्न विभागों के अधिकारी, राजनीतिक दलों के नेता तथा रसूखदारों को बांटा जाता है। इनकी संख्या करीब 5 से 10 हजार होती है। इसके अलावा 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर करीब 15 से 20 हजार श्रद्धालु दर्शन करते हैं। हालांकि इस बार ये व्यवस्थाएं रहेंगी या नहीं, इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार एक दो दिन में पूरी दर्शन व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।