Sheopur:digi desk/BHN/ श्योपुर जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. एसएन बिंदल पर रविवार को अधीनस्थ महिला कर्मचारी से बिना वजह कहासुनी करके उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने के आरोप लग रहे हैं। जिस महिला को डाटने-फटकारने का आरोप डॉ. बिंदल पर लगा हैं, वह नर्स इंचार्ज हैं। फटकार के बाद तीन घंटे तक बेहोश रहीं और उनका ब्लड प्रेशर 225 पर पहुंच गया था। इसके बाद अस्पताल के कुछ कर्मचारी उनके खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी भी कर रहे हैं।
अस्पताल स्टाफ द्वारा बताया गया है कि रविवार को अवकाश के दिन जिला अस्पताल की सीनियर नर्स इंचार्ज पदमा माहौर अपने काम को निपटाने के लिए सुबह करीब 11 बजे जिला अस्पताल पहुंची थीं और वह ट्रामा सेंटर में बैठकर उपस्थिति रजिस्टर में स्टाफ नर्सों की सीएल बगैरह चेक कर रहीं थीं। इसी बीच वहां आरएमओ डॉ. एसएन बिंदल पहुंच गए और उनकी नजर जैसे ही नर्स इंचार्ज पदमा माहौर के हाथ में उपस्थिति रजिस्टर पर पड़ी, वैसे ही उन्होंने नर्स इंचार्च को डाटना-फटकारना शुरु कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो आरएमओ डॉ. बिंदल ने इतना ज्यादा फटकारा कि उन्हें चक्कर आ गए और वह बेहोश हो गईं। इसके बाद डॉ. बिंदल वहां किसी से कुछ कहे बगैर कहीं चले गए। फिर थोड़ी देर बाद वहां अस्पताल स्टाफ के लोग पहुंचे तो उनकी नजर नर्स इंचार्ज पदमा माहौर पर पड़ी और उन्होंने बेहोशी की हालत में उन्हें स्टे्रचर पर लिटाकर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया। बीपी नापे जाने पर 225 निकला। इसके बाद ड्रिप वगैरह लगाकर उनका इलाज किया गया, तब जाकर तीन घंटे बाद उन्हें होश आया। इसके बाद उन्हें स्वजनों के साथ घर भेज दिया गया।
रौब दिखाकर डॉक्टर व अन्य स्टाफ को आए दिन लगा देते हैं फटकार
आरएमओ डॉ. बिंदल पर डॉक्टरों से लेकर अन्य स्टाफ को प्रताड़ित किए जाने के आरोप पहले भी कई बार लग चुके हैं। उनकी वजह से कई बार जिला अस्पताल के सीनियर डॉक्टर इस्तीफा तक दे चुके हैं। लैब कर्मियों से लेकर स्टाफ नर्स भी कई बार उनकी शिकायत सीएमएचओ व सिविल सर्जन से कर चुके हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता है। इससे उन पर कर्मचारियों को प्रताड़ित किए जाने के आरोप रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।