ख़ुद को मज़बूत करने के लिए करें काम
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जनसंपर्क के दौरान सिद्धार्थ कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं और जनता जनार्दन को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई बीस साल के कुशासन से मुक्ति के लिए लड़ाई है । बाद साल से आपने और हमने बड़े बड़े वादे सुने है लेकिन सरकार ने आपको और हमारे साथ साथ भगवान श्रीराम को भी ठगने का काम किया … यहाँ चाहे चित्रकूट के विकास का मामला हो चाहे राम पथ गमन का मामला हो या फिर चाहे मामला चौरासी कोसी परिक्रमा,सिद्धा पर्वत का मामला हो इस भाजपा सरकार के राज में हमें अपनी धरोहरों को भाजपा सरकार के संरक्षक और अघोषित खनिज साझेदारों से बचाने के लिए आरपार की लड़ाई लड़नी पड़ती है ।
हमारे क्षेत्र की खनिज संपदा से ये भाजपा के नेता तो बड़े आदमी बन गये लेकिन यह क्षेत्र कुपोषित और पिछड़े क्षेत्र की अपनी पहचान को आजतक नहीं बदल सका ।
किसानों को न पानी मिल रहा न ही आवारा जानवरों से मुक्ति मिल पास रही , गाय और राम के नाम की राजनीति तो करते है लेकिन चित्रकूट क्षेत्र की उपेक्षा यह बताती है कि बीस साल के सांसद ने सिर्फ़ और सिर्फ़ अपना निजी स्वार्थ पूरा करने इस क्षेत्र का दोहन तो किया है लेकिन विकास के नाम पर सिर्फ़ हवाई बातें ही मिली है । इस लिये इस बार एक एक व्यक्ति भगवान गैवीनाथ और कामतानाथ की क़सम खाए कि अब इस कुशासन का अंत करके ही दम लेंगे ।
क्षेत्र को लूटने खुली छूट दे रखी है
पिछलें कईं वर्षो सें सांसद की सह में छेत्र में अनवरत खानिज सम्पदा काअवैध उत्खनन हो रहा हो चाहे वह रेतीलीं मिट्टी हो या चाहे बक्साइड ,लेट्राइड हों या क्षेत्र की शासकीय ज़मीन हो इन सब में हमेशा सांसद के करीबी और कृपा पात्रों की वजह से भोली भाली जनता को त्रस्त है ।
काम करवाने के लिए इंदौर,रीवा या भोपाल जाएगा प्रबुद्धवर्ग : नीलाशू
चुनाव आते ही भाजपा के लोग बड़े बड़े सम्मेलन आयोजित करने में लग जाते है ।भाजपा को प्रबुद्धवर्ग की याद सिर्फ़ चुनाव के समय ही क्यों आती है यह सोचने की बात है क्युकी वोट देने में इनका महत्त्व तो भाजपा जानती है लेकिन इनके हक़ और क्षेत्र के विकास में जब हिस्सेदारी की बात आती है तो सतना के सांसद पूरी ताक़त से इसका विरोध करते है । चित्रकूट क्षेत्र में ही अग्र बात कीन तो हर कमाई वाली जगह उनके रिश्तेदार कृपापात्र ही क़ाबिज है । जीतने भी ठेके हो नगर पंचायत का हो या ग्राम पंचायत का उसे सांसद जी के ही लोग करेंगे तब तो इन्हें हमारे आपके घर के बच्चे याद नहीं आते है हा लेकिन जब चुनाव होता है तब सम्मेलन में शामिल कर वोट लेने के लिए प्रबुद्धवर्ग ही याद आता है और उन्हें छलने के लिए कभी रीवा तो कभी इंदौर से नेता बुलाये जाये है । मेरा एक सीधा सवाल है भाजपा के लोगों से कि चुनाव के बाद प्रबुद्ध वर्ग के लड़के अपने हक़ रोज़गार और गांव घर के विकास के लिए इंदौर जायें कि रीवा क्यूकि सांसद के दरवाज़े से काम तो सिर्फ़ उनके ही चुनिंदा रिश्तेदारों को ही मिलता है ।
यहाँ किया जनसंपर्क
चित्रकूट विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में अपनों के बीच पहुँचे कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाहा ने अमिलिया,कीटहा,जैतवारा,मेहूती, बांधी,नयागांव,बड़खेरा,नयागांव,मचखडा,पिपरिटोला,पगारखुर्द,पगारकला,बिरसिंहपुर,देवरा,कारीगोही,वीरपुर,अमुआ,शुकवाह,विजयपुर,बरौ,प्रतापुर, में वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क किया ।