व्यय अनुवीक्षण टीमों की निष्पक्ष चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका- अनुराग वर्मा
एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी, वीवीटी और लेखा टीमों का प्रशिक्षण संपन्न

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि व्यय अनुवीक्षण टीमों की निष्पक्ष, शांतिपूर्ण चुनाव कराने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी और लेखा टीम पूरी गंभीरता के साथ सतर्क रहकर लोकसभा निर्वाचन में अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन में आम लोगों से सी-विजिल में प्राप्त शिकायतों का निराकरण तय समय-सीमा 100 मिनट के भीतर करना होता है। इसलिए इस पर प्राप्त शिकायतो को विशेष प्राथमिकता दें। जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में जिला पंचायत के सभाकक्ष में व्यय अनुवीक्षण की सभी टीमों को उनके कार्य दायित्वों, प्रक्रिया, निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश और एसओपी के बारे में गहन प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता, नोडल अधिकारी व्यय लेखा देवेंद्र द्विवेदी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि लोकसभा निर्वाचन 2024 में उम्मीदवार के निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा 95 लाख रुपए तय कर रखी है। खर्च की सीमा अधिक होने से उम्मीदवार के व्यय का हिसाब भी सतर्कता के साथ आंकलन करना होगा। उन्होंने बताया कि निर्वाचन की घोषणा के साथ ही सभी प्रकार की व्यय अनुवीक्षण टीमें सक्रिय हो गई हैं। निर्वाचन की अधिसूचना 28 मार्च को जारी होने तक यह टीमें आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन के दौरान हो रहे असामान्य व्यय पर कड़ी नजर रखेंगी। नामांकन के दाखिले के साथ ही अभ्यर्थी द्वारा किए जाने वाले निर्वाचन व्यय का लेखा-जोखा रखेंगी।
कलेक्टर ने कहा कि व्यय अनुवीक्षण टीमों की व्यय प्रेक्षक के प्रति सीधे जवाबदेही होगी। प्रत्येक टीम दिनभर की गतिविधियों की दैनिक रिपोर्ट उसी दिन सहायक व्यय प्रेक्षक एवं सर्विलांस और उड़नदस्ता टीमें पुलिस नोडल अधिकारी को रिपोर्ट करेंगी। निर्वाचन में टीमों की रिपोर्टिंग अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में व्यय अनुवीक्षण टीम द्वारा की गई सीजर की कार्यवाही विगत चुनाव की तुलना में चार-पांच गुनी ज्यादा रही है। सभी टीमों को विधानसभा चुनाव से बेहतर प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में भी अपेक्षित होगा।
व्यय अनुवीक्षण टीमों के प्रशिक्षण में सहायक व्यय प्रेक्षक के दायित्व, वीएसटी, वीवीटी, लेखा टीम, एफएसटी, एसएसटी, डिस्ट्रिक्ट ग्रिवेन्स कमेटी, लिकर मानीटरिंग टीम, एमसीएमसी द्वारा निर्वाचन के दौरान की जाने वाली कार्यवाही कार्य दायित्व, प्रक्रिया, रिपोर्टिंग एवं एसओपी के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। वीडियो सर्विलांस टीम निर्वाचन की घोषणा के साथ ही सक्रिय हो गई है। यह टीम कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की नान स्टॉप रिकॉर्डिंग करेगी। रिकॉर्डिंग के प्रारंभ में वॉइस रिकॉर्डिंग कर दिनांक, स्थान, समय, पार्टी और अभ्यर्थी का नाम इत्यादि जानकारी अंकित करेगी। वीडियो वीवींग टीम वीएसटी द्वारा प्रस्तुत सामग्री का अवलोकन कर व्यय का आंकलन एकाउंट टीम को प्रस्तुत करेगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक लेखा टीम छाया प्रेक्षण रजिस्टर (एसओआर) और साक्ष्यों के फोल्डर (एफओई) रखकर प्रत्येक अभ्यर्थीवार खर्च का आंकलन कर एंट्री करेगी।
एफएसटी (उड़नदस्ता) टीमें निर्वाचन की घोषणा के साथ ही सक्रिय हो गई है। एसएसटी नामांकन प्रारंभ की तिथि से कार्य प्रारंभ करेगी। एफएसटी के प्रभारी मजिस्ट्रेट होंगे। उनके साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, वीडियोग्राफर, सशक्त पुलिस के कार्मिक रहेंगे। शिकायतें मिलने पर एफएसटी मौके पर पहुंचकर पंचनामा और जप्ती की कार्यवाही करेगी। निर्वाचन की घोषणा के साथ सक्रिय एफएसटी जप्ती, पंचनामा, एफआईआर एवं डेली रिपोर्टिंग करेगी। कार्यपालिक मजिस्ट्रेट द्वारा एफआईआर को 24 घंटे के भीतर मामले को न्यायालय में अग्रेषित करेगी और डेली रिपोर्ट नोडल अधिकारी को देगी। जप्तियों की रिपोर्ट प्रपत्र 8 (ख) में तथा आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट प्रपत्र 9 (ख) में प्रस्तुत की जाएगी। एफएसटी के वाहन पर सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली से उद्घोषणायें भी निरंतर जारी रहेगी। एफएसटी को सी-विजिल की शिकायत पर तत्काल मौके पर पहुंचकर 100 मिनट के भीतर निराकरण करते हुए एआरओ को रिपोर्ट देनी होगी।
किसी परिसर में नकदी या बहुमूल्य वस्तुओं के संबंध में शिकायत मिलने पर उड़नदस्तों की एसओपी के बारे में बताया गया कि आयकर दस्ते के पहुंचने के पूर्व में व्यय प्रेक्षक या अन्य उड़नदस्ते का कोई सदस्य परिसर में नहीं जा सकेंगे और न ही तलाशी ले सकेंगे। प्रत्येक विधानसभावार 3 या 4 एफएसटी कार्यरत रहेगी। जो अपनी दैनिक रिपोर्ट प्रपत्र 10(ख) में प्रतिदिन जमा करेगी। टीम की कार्यवाहियों की वीडियोग्राफी होगी। निर्वाचन के दौरान 50 हजार रूपये से अधिक नकद राशि या 10 हजार रूपये से अधिक मूल्य की उपहार सामग्रियों की टीम द्वारा जप्ती की जाएगी। महिला आधारित पर्स की जांच बिना महिला अधिकारी की उपस्थिति पर नहीं की जा सकेगी। निर्वाचन के दौरान 10 लाख से ऊपर की नगदी मिलने पर आयकर कानूनी प्रक्रिया के तहत आयकर अधिकारी द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। स्टार प्रचारक अपने खर्च के लिए एक लाख रुपये नगद तक व्यक्तिगत खर्च के लिए रख सकेंगे।
एफएसटी, एसएसटी द्वारा जब्त की सामग्री और नगदी चुनाव से संबंधित नहीं होने के सबूतों के साथ डिस्ट्रिक्ट ग्रिवेंस कमेटी को आवेदन कर प्राप्त की जा सकेगी। रैली इत्यादि में भोजन, कोल्ड ड्रिंक, छाछ का परोसना रिश्वत की श्रेणी में नहीं आयेगा। परंतु इस पर हुआ खर्च अभ्यर्थी के व्यय में जोड़ा जायेगा। अभ्यर्थी को प्रचार वाहनों में चार पहिया, दो पहिया वाहन, मोटरसाइकिल, स्कूटर, मोपेड, साइकिल रिक्शा, ऑटो रिक्शा को सक्षम अधिकारी से प्राप्त अनुमति मूल प्रति में विंडस्क्रीन पर चश्पा करना होगा। बिना अनुमति प्राप्त प्रचार वाहनों के पकड़े जाने पर धारा 171 एच के तहत विधिक कार्यवाही की जाएगी। एलएमटी शराब दुकानों की दैनिक बिक्री और अवैध रूप से मदिरा के उत्पादन, परिवहन, विक्रय पर कड़ी नजर रखेगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि अमूमन विधानसभा चुनाव में व्यय टीमों में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारियों को उसी स्थान पर नियुक्त किया गया है। विधानसभा चुनावों में की गई बेहतर कार्यवाहियों से भी बेहतर लोकसभा निर्वाचन के दौरान किए जाने की अपेक्षा व्यय लेखा अनुवीक्षण टीमों से होगी।
लोकसभा निर्वाचन के लिये हुआ ईवीएम मशीनों का प्रथम रेण्डमाइजेशन
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए मतदान केन्द्रो में उपयोग की जाने वाली सातों विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम मशीन और वीवीपैट मशीनों का प्रथम रेण्डमाइजेशन किया गया। इस मौके पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े, सभी विधानसभा क्षेत्रों के सहायक रिटर्निंग ऑफीसर और नोडल अधिकारी ईवीएम अश्वनी जायसवाल तथा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
लोकसभा निर्वाचन 2024 में सतना और मैहर जिले की सात विधानसभा क्षेत्र में कुल 1950 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। विधानसभावार मतदान केंद्र की संख्या और 20 प्रतिशत रिजर्व के मान से 2437 बीयू तथा 2437 सीयू का रेण्डमाइजेशन किया गया। इसी प्रकार वीवीपैट मशीनों में 1950 मतदान केंद्रो और 30 प्रतिशत रिज़र्व के रूप में कुल 2605 वीवीपैट का रेंडमाइजेशन विधानसभावार किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रेंडमाइज की गई ईवीएम मशीन और वीवीपैट मशीनें संबंधित सहायक रिटर्निग ऑफिसर लोकसभा के आधिपत्य में सौंपकर कमीशनिंग कार्य के लिए स्ट्रांग रूम में रखी जाएंगी।