राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कलेक्टर ने बालिकाओं को दिये सफलता के टिप्स
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ कलेक्टर अजय कटेसरिया ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर रविवार को मास्टर प्लान पहुंचकर वहां सशक्त वाहिनी अभियान के तहत प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियां करने वाली लगभग 200 बालिकाओं से रूबरू हुये। सिविल लाइन स्थित परियोजना कार्यालय में कार्यक्रम के दौरान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत संचालित कोचिंग प्राप्त कर रहीं बालिकाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के संबंध में कलेक्टर ने अपने अनुभव साझा करते हुये कैरियर में सफलता के महत्वपूर्ण टिप्स दिये।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सौरभ सिंह, सहायक संचालक श्याम किशोर द्विवेदी, परियोजना अधिकारी अरूणेश तिवारी, अभय द्विवेदी, मेंटर अनुराग जैन, पंकज पाण्डेय सहित प्रतियोगी बालिकायें उपस्थित थीं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं बालिकाओं से कलेक्टर ने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी को अपनी कमजोरियों पर विशेष फोकस कर क्षमताओं का आंकलन करना चाहिये। इसके साथ ही समय का उचित प्रबंधन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये बहुत महत्वपूर्ण होता है। जो व्यक्ति अपनी व्यस्तताओं के बावजूद अपनी तैयारियों के लिये समय निकाल लेते है, वही भविष्य में तरक्की करते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि सभी कॉम्पटीशन में जनरल एटीट्यूड टेस्ट, आॅब्जेक्टिव पैटर्न, रिजनिंग और सांख्यकीय गणित कॉमन होते है। आॅब्जेक्टिव पैटर्न सबसे आसान होता है। क्योंकि इसमें कोई एग्जामिनर नही होता। इस पैटर्न में अच्छा आवेदक एग्जाम देते समय अपना रिजल्ट स्वयं प्राप्त कर लेता है। उन्होने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिये शॉर्टकट नहीं अपनायें, बल्कि पूरा पाठ्यक्रम पढ़ें। पिछले 10 सालों की प्रीवियस क्वेशन पेपर जरूर हल करें। इंटरनेट और आॅनलाइन सामग्री के उपयोग के संबंध में कलेक्टर ने सुझाव दिया कि फैक्ट और ओपिनियन में अंतर करना सीखें। कैरियर और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं छात्राओं के अनुरोध पर कलेक्टर श्री कटेसरिया ने संघ लोकसेवा आयोग की भारतीय प्रशासनिक सेवा में सफलता के अनुभव बताते हुये कहा कि इंटरव्यू दरअसल पर्सनालिटी टेस्ट होता है। जिसमें ट्रुथफुल रहना जरूरी है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाली छात्राओं ने कलेक्टर से अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया।
सशक्त वाहिनी अभियान के तहत मेधावी बालिकाओं को नि:शुल्क प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिये मार्गदर्शन कक्षाओं का आयोजन महिला बाल विकास विभाग द्वारा होमगार्ड के सहयोग से किया जा रहा है। अभियान की शुरूआत अक्टूबर 2017 में की गई थी। वर्तमान में कोचिंग का नौवां बैच संचालित किया जा रहा है। जिसमें 200 बालिकाओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक 920 बालिकाओं को कोचिंग दी जा चुकी है।