कांग्रेस ने घेरी कोतवाली और भाजपा कार्यालय
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी सिंकदर को लेकर मचा सियासी घमासान मंगलवार को भी जारी रहा। तेरा सिकंदर, तेरा सिकंदर का भोंपू लेकर भाजपा व कांग्रेस के सियासतदार दिन भर शहर में लेकर घूमते रहे। कांग्रेस पर सिकंदर खान उर्फ समीर खान से संबंध होने के भाजपा के आरोप से बौखलाई कांग्रेस ने जमकर बवाल काटा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मंगलवार को इस मामले में भाजपा कार्यालय घेरने की चेतावनी के बाद पुलिस हरकत में आई सुबह ही युवक कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष राजदीप सिंह मोनू को घर से उठा कर अज्ञात स्थान पर ले गई। इसकी भनक जैसे ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को लगी तो सारे कार्यकर्ता एकजुट हो गये और सड़कों पर उतर गये और भाजपा के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। इस बीच मोनू की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही। जिला कांग्रेस संगठन सीएसपी कार्यालय पहुंच गया। इस दल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप मिश्र,शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद, पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी, पीसीसी सदस्य रवींद्र सेठी, पार्टी प्रवक्ता अतुल सिंह परिहार ने सीएसपी से मिलकर सिकंदर के मामले में भाजपा पर कांग्रेस को बदनाम करने के आरोप लगाते हुए राजदीप सिंह मोनू को तुरंत रिहा करने की मांग की।
इस बीच मोनू की रिहाई के बाद युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता उग्र हो गये और सिटी कोतवाली में एकत्र हो गये। उग्र कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रर्दशन किया। जिन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि दुष्कर्मी सिकंदर खान को भाजपा के कार्यकाल में शस्त्र लायसेंस दिया गया, इसके लिए भाजपा नेता जिम्मेदार हैं। नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी भाजपा कार्यालय पहुंच गये और वहां भी जमकर बवाल काटा।
उल्लेखनीय है कि बीते कई दिनों से भाजपा का सहयोगी संगठन भाजयुमों के कार्यकर्ता सिकंदर को कांग्रेस का संरक्षण मिलने के आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे।
ओबीसी भी कूदी जंग में
मंगलवार को किसका सिकंदर की जंग में अखिल भारतीय ओबीसी संगठन के कार्यकर्ता भी कूद पड़े। संगठन के पदाधिकारियों ने एवं कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर दुष्कर्मी सिकंदर को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। संगठन में बड़ी संख्या मे महिलाएं भी शामिल थीं।
रायल राजपूत संगठन भी मैदान में
समीर खान उर्फ सिकंदर को फांसी दिये जाने की मांग को लेकर रायल राजपूत संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय सर्किट हाउस में पुतला दहन किया और नारेबाजी की।