पत्रकारिता के फर्जी कार्ड भी बरामद
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ अपने व्हाट्स डीपी में डीआईजी की फोटो लगाकर पुलिस पर धौंस जमाने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को मैहर पुलिस ने शुक्रवार को धर दबोचा। इसके बाद आरोपी को जेल का रास्ता दिखा दिया गया।
मामले के संबंध में मैहर थाना प्रभारी डी.पी सिंह चौहान ने बताया कि मोबाइल नंबर 9981286610 से कोई व्यक्ति उनके मोबाइल पर व्हाट्सअप के जरिये संदेश भेजता था। उक्त युवक ने व्हाट्सअप डीपी में डीआईजी अनिल कुशवाह का पुलिस की वर्दी में फोटो भी लगा रखा था। जिसके चलते वह जो भी संदेश भेजता था पुलिस के अधिकारी उसे गंभीरता से लेते थे। कई गंभीर संदेशों के बाद मैहर थाना प्रभारी को अंदेशा हुआ कि उन्हें गुमराह किया जा रहा है लिहाजा उन्होंने डीआईजी से उपरोक्त नंबर के संबंध में बात की तो पता चला कि न तो उक्त मोबाइल नंबर डीआईजी का है और न ही उस नंबर पर वह कोई व्हाट्सअप चला रहे हैं।
इसके बाद पुलिस ने मोबाइल नंबर की जांच पड़ताल शुरू की तो मोबाइल नंबर 9981286610 की सिम मनीष गर्ग तनय शिवानंद गर्ग उम्र 45 वर्ष निवासी पांडेय टोला पुरानी बस्ती मैहर के नाम पर दर्ज पाई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी मनीष गर्ग को धर दबोचा।
पुलिस ने बताया कि आरोपी मनीष ने डीआईजी जैसे महत्वपूर्ण पद पर न होते हुए अपने आपको डीआईजी बता कर काल किये व संदेश भेजे। आरोपी का यह कृत्य धारा 170 तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया, और उसे जेल भेज दिया।
दिखाता था पत्रकारिता की धौंस भी
थाना प्रभारी मैहर ने बताया कि उक्त आरोपी अपने आपको पत्रकार भी बता कर लोगों पर धौंस जमाता था। आरोपी के पास से पत्रकारिता के कई फर्जी कार्ड बरामद किये गये हैं जिनकी सत्यता की जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल भी जप्त कर लिया है।