कमिश्नर ने बैठक के निर्णयों पर कार्यवाही कर प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कमिश्नर कार्यालय सभागार रीवा में आयोजित बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने 5 जनवरी को आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि सभी अधिकारी संभागीय बैठक में पारित प्रस्तावों तथा निर्णयों पर तत्परता से कार्यवाही करें। संभागीय बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी। विभिन्न परियोजनाओं तथा निर्माण कार्यों से जुड़े प्रस्ताव तत्काल तैयार करके वरिष्ठ कार्यालयों को प्रेषित करें। बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा जिन जन समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया गया है। उन सभी में तत्परता से कार्यवाही करें। चित्रकूट विकास प्राधिकरण के गठन, श्रीराम वन पथ गमन तथा मैहर में माँ शारदा लोक के निर्माण के संबंध में तत्काल प्रस्ताव प्रस्तुत करें। वन मण्डलाधिकारी सतना बगदरा घाटी चित्रकूट मार्ग में गौ वन विहार के निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तुत करें।
कमिश्नर ने कहा कि बैठक में सीधी तथा सिंगरौली के विधायकगणों द्वारा सोन घड़ियाल अभ्यारण्य को डिनोटिफाई करने की माँग उठाई गई थी। इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बैठक में बिजली बिलों के अधिक आने तथा ट्रांसफार्मरों की कमी का मुद्दा उठाया गया था। मुख्य अभियंता विद्युत मण्डल ने बताया कि 5 जनवरी के बाद संभाग में पाँच सौ से अधिक ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। सीधी जिले में 25 ट्रांसफार्मरों का डिपो बना दिया गया है जिससे सीधी और सिंगरौली को आपूर्ति की जा रही है। वर्तमान में ट्रांसफार्मर की कोई समस्या नहीं है। बिजली बिलों में सुधार के लिए नियमित रूप से शिविर लगाए जा रहे हैं। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि मऊगंज तथा मैहर जिले में कलेक्ट्रेट भवन के निर्माण के लिए प्रथम चरण का प्रस्ताव तत्काल बनाकर प्रस्तुत करें।
कमिश्नर ने कहा कि बैठक में नागौद क्षेत्र में जनजातीय परिवारों के विकास के संबंध में सुझाव दिए गए थे। इसके संबंध में उपायुक्त आदिवासी विकास प्रस्ताव तैयार करें। बैठक में बताया गया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चितरंगी कालेज में स्नातकोत्तर कक्षाएं खोलने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। बगदरा अभ्यारण्य में 6 किलोमीटर क्षेत्र से निकलने वाली बिजली की लाइन को पर्यावरण की मंजूरी का प्रस्ताव भेजा गया है। सीधी से सिंगरौली हाईवे के निर्माण के लिए एजेंसी को 31 मार्च तक की अवधि निर्धारित की गई है। समय सीमा में कार्य पूरा न होने पर टर्मिनेशन की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यों, सिंगरौली जिले में विभिन्न सड़कों के निर्माण, बेलदरा सिंचाई परियोजना, मनरेगा से मजदूरी भुगतान की समीक्षा की गई। बैठक में संयुक्त आयुक्त निलेश परीख, आयुक्त नगर निगम सतना अभिषेक गहलोत, उपायुक्त दयाशंकर सिंह तथा संबंधित संभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
समय पर जाँच कराने से कैंसर की पहचान और पूरा उपचार संभव है – डॉ. धारकर
उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल की विशेष पहल पर रीवा और शहडोल में निःशुल्क कैंसर जाँच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों का आयोजन स्वयंसेवी संस्था इंदौर कैंसर फाउण्डेशन तथा जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। रीवा में 24 तथा 25 फरवरी एवं शहडोल में 26 फरवरी को शिविर लगाए जाएंगे। रीवा तथा शहडोल संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिविर के तैयारियों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि रीवा तथा शहडोल में लगाए जा रहे शिविरों में मुख कैंसर तथा स्तन कैंसर की जाँच एवं उपचार किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक कैंसर रोगियों की स्क्रीनिंग कर लें। मुख तथा स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग करने वाले डॉक्टर्स एवं चिकित्साकर्मियों को भी समुचित प्रशिक्षण दें। जिससे वास्तविक रोगियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार की जा सके। चिन्हित रोगियों को शिविर स्थल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की होगी। सभी कलेक्टर अपने-अपने जिले में शिविरों के लिए आवश्यक प्रबंध करें। निःशुल्क कैंसर जाँच शिविर का व्यापक प्रचार-प्रसार करें जिससे अधिक से अधिक रोगी इसका लाभ उठा सकें।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर कैंसर फाउण्डेशन के डॉ डी धारकर ने कहा कि कैंसर का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ रहा है। सर्वाधिक मृत्यु के मामलों में कैंसर दूसरे नम्बर पर है। कैंसर की समय पर पहचान होने पर इसका पूरी तरह से उपचार संभव है। इसलिए कैंसर के उपचार के साथ-साथ इसके प्रारंभिक लक्षणों की पहचान का प्रशिक्षण देना भी आवश्यक है। इसके लिए कैंसर संकेत एप उपलब्ध है। इसे किसी भी एन्ड्रॉयड फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसमें विभिन्न तरह के कैंसर से जुड़े लक्षणों से संबंधित प्रश्न हैं। उनका हाँ अथवा न में उत्तर देना होगा। इनके आधार पर एप कैंसर रोग की पहचान करके उसे गंभीर अथवा अति गंभीर श्रेणी में विभाजित करके पूरी जानकारी देगा। इस एप का उपयोग करके मुख तथा स्तन कैंसर की सरलता से पहचान की जा सकती है।
डॉ धारकर ने कहा कि शरीर में लगभग दो सौ तरह के कैंसर का प्रकोप होता है। इनमें मुख कैंसर और स्तन कैंसर प्रमुख हैं। इन दोनों से पूरी तरह से बचा जा सकता है। ट्रस्ट की ओर से सात फरवरी को कैंसर की पहचान के संबंध में ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें आँगनवाड़ी कार्यकर्ता अथवा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ऑनलाइन जुड़ सकते हैं। जिला स्तर पर भी इसका प्रशिक्षण दिया जा सकता है। रीवा और शहडोल में लगाए जा रहे निःशुल्क शिविरों का मुख्य उद्देश्य कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा समय पर जाँच कराकर कैंसर से बचाव करना है। प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की जानकारी हो जाने पर थोड़ी सी दवाओं और लाइफ स्टाइल में परिवर्तन करके कैंसर से पूरी तरह से बचाव किया ज सकता है। सभी कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अनुरोध है कि इन शिविरों का आयोजन मिशन मोड में करें जिससे अधिकतम कैंसर रोगियों को इसका लाभ दिया जा सके। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कलेक्टर रीवा श्रीमती प्रतिभा पाल ने जिला स्तर पर प्रशिक्षण तथा कलेक्टर शहडोल श्रीमती वंदना वैद्य ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण का सुझाव दिया। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में रीवा तथा शहडोल संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, मेडिकल कालेज के डीन तथा बीएमओ शामिल रहे।
ईव्हीएम प्रदर्शन केन्द्रों में 275 लोगों ने किया मॉकपोल
जिले में विधानसभा स्तर पर ईव्हीएम का प्रदर्शन किया जा रहा है। सोमवार को सात विधानसभा क्षेत्रों में 275 लोगों ने मॉकपोल किया गया। जिसमें सतना के संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन में 36, रैगांव के तहसील कार्यालय कोठी में 30, तहसील मझगवां कार्यालय में 39, अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय नागौद में 36, अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय मैहर सभाकक्ष में 92, अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय अमरपाटन में 23 एवं अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय रामपुर बघेलान में 19 लोगों ने मॉकपोल किया।