सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम अंतर्गत जिला स्तर पर वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण, जांच-उपचार एवं परामर्श के लिए 20 मई 2024 को प्रातः 9 बजे से जिला चिकित्सालय सतना में ट्रामा सेंटर, भूतल, माड्युलर ओटी के पास स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन तथा आरएमओ द्वारा शिविर में मेडीकल कालेज और चिकित्सालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है। इनमें आर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. सुजीत मिश्रा, नाक, कान, गला डॉ. कार्तिकेश गुप्ता, एमडी कम्युनिटी मेडीसीन डॉ. प्रियंका खाटवानी,, डेंटिस्ट डॉ. सपना सिंह, नेत्र रोग डॉ. रजनीश, साईकेट्रीस्ट डॉ. धीरेन्द्र मिश्रा, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. मोहम्मद अशरफी, नर्सिग आफीसर श्रीमती मिथलेश गौतम, श्रीमती अर्चना विश्वकर्मा तथा श्रीमती दिव्या मिश्रा, फार्मसिस्ट डॉ. अजीत सिंह, लैब टेक्नीशियन दीपक चौधरी, नेत्र रोग सहायक कुलदीप कोल, लैब अटेन्डेंट मो. इमरान खान, आयुष्मान कार्ड अभय विश्वकर्मा तथा वार्ड ब्याय घनश्याम सोनी की डयूटी लगाई गई है।
आईटीआई में प्रवेश के लिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि आज
कौशल विकास विभाग द्वारा संचालित मध्यप्रदेश की समस्त शासकीय तथा अशासकीय आईटीआई में विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सत्र 2024 में प्रवेश के लिये रजिस्ट्रेशन एवं च्वाईस फिलिंग की प्रक्रिया जारी हैं। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था सतना के प्राचार्य ने बताया कि आईटीआई में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्र-छात्राएं https://mpiticounseling.co.in पोर्टल पर नजदीकी एमपी ऑनलाइन कियोस्क सेंटर या स्वयं भी ऑनलाइन प्रकिया द्वारा पंजीयन कर सकते है। आईटीआई में प्रथम चरण के लिए 20 मई तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। पंजीयन एवं च्वाइस फिलिंग संबंधी जानकारी आईटीआई हेल्पडेस्क पर संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं।
किसानों से 31 मई तक होगा चना, मसूर और सरसों का उपार्जन
जिले के किसानों से रबी विपणन वर्ष 2023-24 में प्राइस सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी निर्धारित उपार्जन केंद्रों पर की जा रही है। चना, मसूर और सरसों के उपार्जन का कार्य 31 मई तक जारी रहेगा। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि शासन द्वारा चना 5 हजार 440 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर 6 हजार 425 रुपये प्रति क्विंटल एवं सरसों 5 हजार 650 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। शासन के निर्देशानुसार सभी उपार्जन केन्द्रों पर किसानों की सुविधा को देखते हुये शुद्ध पेयजल, छायादार बैठने के स्थान, सुगम परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि वे उपार्जन केन्द्रों या कियोस्क अथवा स्वयं द्वारा अपनी सुविधानुसार स्लॉट बुक कर अपनी उपज का विक्रय शासकीय उपार्जन केन्द्रों पर करें।