आजीवन कारावास के 16 बंदी केंद्रीय जेल से रिहा
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भारतीय गणतंत्र की वर्षगांठ जेल की चार दीवारी के अंदर जिंदगी गुजार रहे बंदियों के लिए आजादी का पैगाम ले कर आई। सतना के केंद्रीय कारागार में सजा काट रही एक महिला समेत 16 बंदियों को सजा माफी का लाभ देते हुए शुक्रवार को रिहा कर दिया गया। मप्र राज्य शासन ने इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर सतना केंद्रीय जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे 16 बंदियों को आजाद कर दिया है। इनमे एक महिला समेत सतना के 4,छतरपुर के 7,पन्ना के 4 और मैहर का एक बंदी शामिल है।
4 सगे भाई समेत अन्य हुए रिहा
जिन बंदियों को रिहाई मिली है उनमें 4 सगे भाई लखनलाल, कमलेश, विनोद एवं लक्ष्मी प्रसाद पिता बाबूलाल दुबे निवासी छतरपुर, मुन्नू उर्फ घनश्याम पिता बेटूलाल दुबे निवासी छतरपुर, मुनव्वर पिता सलामत खान निवासी पन्ना, राकेश पिता समैया प्रजापति निवासी पन्ना, गल्ला उर्फ रामकिशोर पिता राम सजीवन कोल निवासी सतना, चुनवाद पिता रामकृपाल गोंड निवासी सतना, दादू पाल पिता बंदी पाल निवासी छतरपुर, अनीता पति कमलेश कोल निवासी सतना, भोला पिता रामकुमार बढोलिया निवासी मैहर, प्रकाश पिता बालकिशन यादव निवासी पन्ना, रानू पिता नंदन प्रसाद तिवारी निवासी छतरपुर एवं राजेन्द्र पिता राम औतार पटेल निवासी पन्ना के नाम शामिल हैं।
दिया गया उपहार
जेल अधीक्षक लीना कोष्टा ने रिहाई के समय बंदियों को उपहार और देते हुए उन्हें अपराध मुक्त जीवन जीते हुए समाज की मुख्य धारा में शामिल होने पर शुभकामनाएं दीं। बंदियों को लेने उनके परिजन भी जेल पहुंचे थे। बंदियों और उनके परिजनों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी।