“खुशियों की दास्तां”
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रदेश सरकार की रोजगारोन्मुखी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ लेकर युवा अपनी रुचि के अनुसार नौकरी तथा स्वयं के व्यवसाय के क्षेत्र में काम करके अपने सुनहरे भविष्य का सपना पूरा कर रहे। अमरपाटन विकासखंड के खरमसेड़ा गांव की शिवानी पटेल भिवाड़ी राजस्थान की यजाकी इंडिया प्रा. लिमिटेड कंपनी में नौकरी पाकर बहुत खुश और उत्साहित है। शिवानी ने हर बेरोजगार युवा को रोजगार से जोड़ने के लिए संकल्पित प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया है।
शिवानी पटेल अपनी पढ़ाई पूरी करके किसी बड़ी कंपनी में नौकरी करना चाहती थी। लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के कारण नौकरी मिलने में समस्या बनी हुई थी। शिवानी आजीविका मिशन से जुड़ी। डीडीयूजीकेवाय ट्रेनिंग सेंटर सूर्या वायर्स सतना में बीपीओ का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद शिवानी ने वर्ष 2020 में भिवाड़ी में कंपनी ज्वाइन किया। शिवानी को कंपनी से 15 हजार रुपए मासिक वेतन मिल रही है। शिवानी नौकरी के साथ-साथ एमबीए की पढ़ाई भी कर रही है। शिवानी का कहना है की आजीविका मिशन से बड़ी कंपनी में नौकरी मिल जाने मैं और मेरा परिवार बहुत खुश है। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा आजीविका मिशन को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं।
स्व-सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर हैं रामनगर की सीमा
म.प्र.डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को समृद्ध बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाई जा रही है। स्व-सहायता समूहो से जुड़कर महिलायें अच्छी खासी कमाई करके परिवार का जीवन स्तर सुधारने के साथ ही समाज में मान प्रतिष्ठा अर्जित कर रही हैं। रामनगर विकासखंड अंतर्गत रतवार गांव की सीमा कुशवाहा भी समूह ऐसी ही हितग्रहियों में शामिल हैं। समूह से जुड़ने के पूर्व सीमा के परिवार का जीवन गरीबी और कठिनाई में कट रहा था। सीमा को अपने परिवार की छोटी-मोटी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिये परेशानियां झेलनी पड़ती थी। लेकिन स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद सीमा के परिवार की दशा और दिशा बदल गई। अब सीमा के परिवार की मासिक आय 8 से 9 हजार हो गई है। अपने परिवार को बेहतर ढंग से चला रही हैं।
सीमा कुशवाहा ने बताया कि जय मां भवानी स्व-सहायता समूह से जुड़ने के उपरांत उन्हें समूह संचालन एवं नियम के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। आजीविका मिशन से प्रेरणा और सहयोग लेते हुए समूह के माध्यम से सीमा ने 5 हजार रुपए ऋण लेकर पति के साथ सब्जी उत्पादन एवं सह व्यापार शुरू किया। जिससे अब महीने की आय लगभग 8 से 9 हजार हो गई है।
सीमा का कहना है कि आजीविका मिशन के साथ जुड़कर हमें एक नई सामाजिक पहचान मिली है तथा हमारी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। सीमा कुशवाहा अपने स्वयं के व्यवसाय से होने वाली आमदनी से खुश हैं। उन्होने मुख्यमंत्री श्री चौहान को हृदय से धन्यवाद दिया है।