Saturday , September 21 2024
Breaking News

Congress: कांग्रेस के दिग्गज नेता महिपाल मदेरणा का निधन, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार

Rajasthan congress veteran mahipal maderna dies: digi desk/BHN/जोधपुर/ राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस के मजबूत नेता रहे और किसानों के मसीहा के नाम से पहचाने जाने वाले महिपाल मदेरणा का रविवार तड़के निधन हो गया। वह 69 साल के थे, और पिछले कुछ समय से कैंसर से पीड़ित है। मदेरणा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव चाडी में किया जाएगा। महिपाल मदेरणा गहलोत सरकार में जल संसाधन मंत्री भी रहे थे लेकिन भंवरी देवी अपहरण और हत्या मामले में उनका नाम आने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था जिसके बाद सीबीआई मैं मामले में उन्हें मुख्य आरोपी बताकर गिरफ्तार किया था तब से लेकर लंबे अरसे तक वे जेल में रहे जहां उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट दर्ज की गई। पिछले 10 साल से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत उन्हें जमानत मिली थी जिसके बाद वह अपनी पत्नी लीला मदेरणा के जोधपुर जिला प्रमुख पद पर काबिज होने के बाद पहली बार सार्वजनिक समारोह में शामिल होने अपने पैतृक गांव चाडी और ओसियां विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे थे जहां किसान नेता को अपने बीच पाकर ग्रामीणों ने उनका बहुत जोरदार स्वागत किया था। महिपाल मदेरणा की पुत्री दिव्या मदेरणा वर्तमान में ओसिया से विधायक भी हैं।

राजस्थान की राजनीति में रहा है वर्चस्व

महिपाल मदेरणा राजस्थान के दिग्गज नेता रहे परसराम मदेरणा के पुत्र थे जिनका पूरे परिवार का राजस्थान की राजनीति में हमेशा से ही वर्चस्व रहा है। जाट नेता के साथ-साथ किसानों के मसीहा के रूप में पहचाने जाने वाले महिपाल मदेरणा दो बार विधायक भी रहे और एक बार जल संसाधन मंत्री भी रहे। राजनीतिक वर्चस्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की 19 वर्षों तक जोधपुर के जिला प्रमुख पद पर रहने वाले व्यक्ति हैं। वर्तमान में महिपाल मदेरणा की पत्नी लीला मदेरणा जोधपुर की जिला प्रमुख हैं। मदेरणा के निधन की खबर से उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई सोशल मीडिया पर लोग अपने चहेते नेता के साथ फोटो शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। मदेरणा का जन्म 5 मार्च 1952 को हुआ था और 17 अक्टूबर 2021 को उन्होंने अंतिम सांस ली। मदेरणा के निधन से कॉन्ग्रेस की राजनीति में अपनी धुर पहचान बनाने वाले दिग्गज नेता का निधन से अपूरणीय क्षति हुई है।

About rishi pandit

Check Also

स्लीपर कोच के ब्रेक में उठे धुएं को देखते ही लोको पायलट ने ट्रेन को स्टेशन पर रोक दिया, रेलवे कर्मियों ने आग पर काबू पाया

बाराबंकी लखनऊ अयोध्या रेलखंड पर बड़ा हादसा टल गया। रेलवे लाइन पर दौड़ रही ट्रेन …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *