- अस्पताल चौकी पुलिस ने एससीएनयू में कराया भर्ती
- भर्ती और डिस्चार्ज रजिस्टर की जांच में जुटा प्रबंधन
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बेटियों को बोझ मानने वाली रुढि़वादी सोच अभी तक नहीं बदल सकी। जिस दौर में बेटियां कीर्तिमान गढ़ रहीं उस दौर में भी ऐसी घटिया मानसिकता से परिचय करानी वाली शर्मनाक घटनाएं सामने आती हैं, जिसके बारे में किसी का भी सिर शर्म से झुक जाए, लेकिन समाज में तमाम ऐसे लोग हैं, जो बेटियों के प्रति समानता का भाव नहीं रखते यही कारण है कि कभी झाडियों के पीछे तो कभी नदियों में नवजात बेटियां पाई जा रही हैं। सतना में सोमवार को एक ऐसी ही शमज़्नाक घटना सामने आई जब एक मां अपने नवजात बेटी को जिला अस्पताल की बाथरूम की टॉयलेट सीट पर मरने के लिए छोड़ गई। घटना का खुलासा होने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन और अस्पताल चौकी पुलिस ने नवजात बच्ची को एचसीएनयू में भतीज़् कराया है। वहीं अब बच्ची के परिजनों की तलाश करने के लिए अस्पताल के भर्ती और डिस्चार्ज रजिस्टर का मिलान किया जा रहा है।
बताया गया है कि जिला अस्पताल के माइनर ओटी के अंदर बने बाथरूम में बच्ची को बिना कपड़ों के पाया गया। सुबह करीब 11 बजे जिला अस्पताल का एक कर्मचारी ताला खोलकर अंदर गया। जहां पर बच्ची के रोने की आवाज आई। यह आवाज बगल वाली बाथरूम से आ रही थी। बताया जाता है कि सार्वजनिक टॉयलेट के अंदर जाकर देखा तब बच्ची टॉयलेट सीट पर बिना कपड़ों के पड़ी हुई मिली। तुरंत मामले की सूचना नजदीकी चौकी पुलिस को दी गई। चौकी प्रभारी शारदा सिवानी ने बच्ची को तुरंत वहां से उठाकर डॉक्टर को दिखाया। जिसके बाद बच्ची को आब्जर्वेशन में रखा गया है। फिलहाल बच्ची का इलाज जारी है।
कौन थी वह मां…
अपनी नवजात बेटी को बाथरूम में छोड़कर भागने वाली मां कौन थी इसकी तलाश की जा रही है। जिस प्रकार से बच्ची बाथरूम में मिली उसके बाद से जिला अस्पताल प्रबंधन में भी हड़कंप मचा हुआ है। हर कोई इस घटना के बाद से हैरान है। आखिर वो कौन सी मां है जो उसे छोड़कर चली गई। जिस प्रकार से यह सब हुआ उसके बाद यही कहा जा रहा है कि यह जानबूझकर किया गया। जिला अस्पताल यूं तो पूरी तरह से सीसीटीवी की निगरानी में है, लेकिन एक दुर्भाग्यजनक पहलू यह भी है कि इस स्थान के सीसीटीवी बंद हैं। जिससे यह पता लगाना बेहद मुश्किल हो रहा है कि इस ओर कौन-कौन गर्भवती महिलाएं गईं।