बीमारी के कारण परिवार के सदस्यों ने कराया था घर से मतदान का रजिस्ट्रेशन
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर अस्सी प्लस मतदाताओं और दिव्यांगों का मतदान वूथ घर ले जाने का निर्णय लिया था। इस कार्यक्रम के तहत 80 साल के ऊपर वाले मतदाताओं से बीएलओ के जरिए सहमति ली गई। सतना जिले में लगभग 1886 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से मतदान करने के लिए वरिष्ठ और दिव्यांग वोटरों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसी के तहत मिथलेश कुमारी अग्रवाल पत्नी स्वर्गीय लक्ष्मीनारायण अग्रवाल निवासी कृष्णनगर दक्षिणी सतना ने भी पंजीयन कराया था। सहमति देने के बाद भी निर्धारित अवधि में वोटिंग कराने के लिए कोई नहीं पहुंचा। बीएलओ भरत बाल्मीक का कहना है कि उनका काम सूचना पहुंचाने का था, मतदान के लिए जिम्मा अलग अधिकारियों के पास है।
उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को घर से मतदान करने की वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध कराई गई है। निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन-2023 के अंतर्गत जिले में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा का लाभ दिया गया है।
कहां कितनी वोटिंग
जिले में 6 से 10 नवंबर तक 1886 वरिष्ठ और दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान की सुविधा का लाभ लिया है। जिसमें विधानसभा क्षेत्र चित्रकूट के 285, रैगांव के 419, सतना के 19, नागौद के 494, मैहर के 193, अमरपाटन के 61 एवं विधानसभा क्षेत्र रामपुर बघेलान के 235 अनुपस्थित श्रेणी के मतदाताओं ने मतदान किया है। इसके साथ ही अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े 18 लोंगो ने मतदान किया है। जिले के 185 मतदाताओं को इस बार होम वोटिंग की सुविधा दी गई थी।
होम वोटिंग के लिए भराए गए थे फार्म 12 (‘डी)
होम वोटिंग सुविधा ें निर्वाचन आयोग द्वारा वरिष्ठ मतदाता एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को घर से मतदान की सुविधा दी गयी थी। जिले में 80 प्लस आयु वर्ग के 22 हजार 447 मतदाता और 17 हजार 879 पीडब्ल्यूडी मतदाता हैं। इनमें से 1985 व्यक्तियों ने फार्म 12 (‘डी) भरकर होम वोटिंग की सुविधा चाही थी। जिसमें से 1886 की वोटिंग हुई वहीं करीब 99 लोगों की वोटिंग का प्रबंध नहीं हो पाया। इसकी वजह क्या है फिलहाल अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।