सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भारत सरकार के निर्देशानुसार विभिन्न योजनाओं के शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयुष्मान भवः अभियान के अन्तर्गत सतना जिले में 6 सितम्बर से 15 सितम्बर तक विकासखण्ड स्तरीय आयुष्मान स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा रहा है।
कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में जिले मं आयोजित इन स्वास्थ्य मेलों में चिकित्सा महाविद्यालय सतना के विशेषज्ञों द्वारा आने वाले हितग्राहियों को स्वास्थ्य जांच उपचार, परामर्श प्रदान किया जायेगा। निर्धारित कार्यक्रमानुसार 15 सितम्बर को सिविल अस्पताल मैहर में विकासखण्ड स्तरीय मेले का आयोजन किया जायेगा।
विकासखण्ड स्तरीय निःशुल्क स्वास्थ्य मेले में हृदय रोग, कैंसर, स्त्री रोग, शिशु रोग, दंत रोग, क्षय रोग, चर्म रोग, नेत्र रोग, हड्डी रोग, डायबिटीज, कुष्ठ रोग, 0 से 18 वर्ष के बच्चों की 4 डी स्क्रीनिंग, मानसिक रोग के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क जांच एवं परीक्षण, पैथालाजी जांच की जाएगी तथा आवश्यक दवाओं का निःशुल्क वितरण किया जावेगा। रक्तदान, नेत्रदान, देहदान, पोषण आहार, स्वच्छता, परिवार कल्याण नसबंदी ऑपरेशन एवं एड्स संबंधी जानकारी एवं परामर्श दिया जावेगा। आयुष्मान मेले में आने वाले हितग्राही जिन्हें उच्च उपचार (सर्जरी) की आवश्यकता हैं। उन्हें आयुष्मान योजनान्तर्गत चिन्हित अस्पताल में रेफर कर निःशुल्क इलाज कराया जायेगा। आयुष्मान मेले में आने वाले हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड तथा हेल्थ आईडी कार्ड भी बनाया जायेगा। इसके लिए हितग्राही अपना परिवार समग्र आईडी, आधार कार्ड, एवं आधार लिंक मोबाइल नम्बर साथ उपस्थित हो।
जिले में अब तक 554.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
जिले में इस वर्ष 1 जून से 14 सितम्बर 2023 तक 554.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे के दौरान जिले में 5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 635 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 417.4 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 483.9 मि.मी., बिरसिंहपुर में 479.5 मि.मी., रामपुर बाघेलान में 507 मि.मी., नागौद में 947.4 मि.मी., जसो (नागौद) में 361.3 मि.मी., उचेहरा में 664 मि.मी. मैहर में 366.8 मि.मी., अमरपाटन में 637 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 602.9 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में औसत वर्षा 743.1 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।
जिला सलाहकार समिति की बैठक 16 सितम्बर को
गर्भधारण प्रसव पूर्व निदान तकनीकी (पीसी एण्ड पीएनडीटी) के तहत जिला सलाहकार समिति की बैठक 16 सितम्बर को दोपहर 12 से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सतना में आयोजित की गई है।
रक्तदान शिविर 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक
रेडक्रास सोसायटी सतना द्वारा जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस पर 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2023 महात्मा गाँधी जयंती पर सेवा पखवाड़ा अन्तर्गत रक्तदान अभियान चलाया जायेगा। जिसमें 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस भी शामिल है। रेडक्रास के सचिव डॉ. अरुण त्रिवेदी द्वारा शहर के युवा वर्ग, स्वैच्छिक रक्तदाताओं एवं रेडक्रास के समाज सेविकों, सदस्यों से आग्रह किया गया है कि जिला चिकित्सालय सतना के ब्लड बैंक पहुंचकर प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से सायं 5 बजे तक रक्तदान करे।
शिक्षकों और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को दी जा रही है पॉक्सो अधिनियम की जानकारी
महिला-बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश में बाल यौन शोषण, शारीरिक शोषण आदि पर समय-समय पर जिला, विकासखंड तथा ग्राम स्तर पर बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। विभिन्न स्तर पर केम्पेन आयोजित कर पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी से भी अवगत कराया जा रहा है। विभाग द्वारा प्रति वर्ष बाल सुरक्षा सप्ताह में सरकारी स्कूलों तथा आँगनवाड़ियों में शिक्षकों और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी के साथ ही ’’गुड टच-बेड टच’’ के बारे में भी अवगत कराया जा रहा है।
प्रदेश में 11 जिलों में बाल-मित्र कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। इसमें ग्राम स्तर पर पॉक्सो एक्ट के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। पॉक्सो अधिनियम-2012 के अंतर्गत सपोर्ट पर्सन के रिसोर्स पर्सन की मैपिंग की गई है। प्रदेश में ग्राम एवं वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समितियों का गठन किया गया है। विकासखंड स्तर पर 309 बाल संरक्षण समितियाँ, ग्राम पंचायत स्तर पर 23,169 तथा नगरीय निकाय में लगभग 6,145 बाल संरक्षण समितियों का गठन किया गया है। इन समितियों के माध्यम से पॉक्सो संबंधी जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, लोक स्वास्थ्य कल्याण विभाग द्वारा बाल संरक्षण इकाईयों में संरक्षित किये गये बच्चों तथा यौन उत्पीड़न के शिकार बच्चों की प्रभावी काउन्सलिंग पर आधारित वर्चुअल उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सहयोग से प्रदेश के 11 जिलों रतलाम, जबलपुर, इंदौर, नर्मदापुरम, शहडोल, मुरैना, विदिशा, कटनी, निवाड़ी, सतना एवं शिवपुरी में बाल-मित्र ग्राम कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
बाल-मित्र ग्राम कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बाल श्रम, बाल विवाह, बाल शोषण और दुर्व्यवहार पर संपूर्ण रोक और सभी बच्चों का स्कूल में नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित कराना है। कार्यक्रम में 110 गाँव में सभी स्कूल शिक्षकों को पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों पर आधारित ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। इसमें नवम्बर 2021 से जून 2023 तक 136 स्कूलों के 4,150 बच्चों को पॉक्सो एक्ट संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। इसके अतिरिक्त 7 गाँव के 410 बच्चों को सायबर सिक्योरिटी पर भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के तहत जिला स्तर पर 133 प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये गये। जिसमें लगभग 9,697 प्रतिभागी, विकासखंड स्तर पर 14,302, वार्ड स्तर पर 20,388 तथा ग्राम स्तर पर 48,503 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।