सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में स्नेह यात्रा का आयोजन प्रदेश के सभी 52 जिलों में समानांतर 16 अगस्त से 26 अगस्त तक किया जा रहा है। इसी तारतम्य में सतना जिला में स्नेह यात्रा का पांचवां दिन मैहर विकासखण्ड के बेरमा से प्रारंभ होकर प्रथम सत्र में क्रमशः बेरमा, कन्हवारा, इटमा, खैरा एवं धतूरा में राज्य अतिथि दर्जा प्राप्त पूज्यनीय श्री रामहृदय दास जी महाराज का ग्रामवासियों द्वारा बड़े ही भाव के साथ स्वागत, वंदन एवं अभिनंदन किया गया। यात्रा के आगमन पर बडी संख्या में माताओं एवं बहनों द्वारा कलश एवं पुष्प के माध्यंम से स्वागत किया गया। तदोपरांत महाराज जी के पावन वचनों के माध्यम से समाज में समरसता प्रदान करने हेतु विचार प्रकट किए गए तथा जन मानस को यात्रा के मूल उद्देश्यों से अवगत कराया गया। यात्रा में दोपहर भोज एवं जन संवाद का कार्यक्रम का आयोजन धतूरा में किया गया।
द्वितीय सत्र में यात्रा क्रमशः पोंडी, नकतरा, हरदुआ कला, कुटाई एवं मैहर में जनसंवाद एवं रात्रि समरसता भोज का आयोजन किया गया। जन संवाद कार्यक्रम में संत रामह्रदय दास जी महाराज द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि सनातन काल से ही सभी समाज ने धर्म की रक्षा की है। धर्म हमें आपसी प्रेम भाईचारा और परिवार समाज के साथ देश की उन्नति के लिए देश की रक्षा के लिए प्रेरित करता रहा है। आज का यह संवाद हमें अपने गौरवमई सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक चेतना को फिर से स्मरण कराने का अभियान है। जिसमें हमारे सभी पूर्वज सम्मिलित रहे हैं और उनके कृतित्व से हमें हमारी बहुमूल्य सांस्कृतिक धरोहर हमारी अमूल्य महान भारतीय संस्कृति के दर्शन मिल पा रहे हैं।
सर्व समाज अपनी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का सदैव स्मरण रखते हुए परिवार में, समाज में तथा सभी जीव-जंतुओं और पेड़ पौधों के साथ स्नेह और करुणा बनाए रखते हुए सबके सुखद जीवन और मंगल की कामना करता रहेगा। जनसंवाद के उपरांत वंचित और सर्वहारा समाज के साथ सभी उपस्थित लोगों द्वारा सह भोज में सहभागिता की गई। पूजनीय संत द्वारा सभी उपस्थित जनों को पंगत में बैठाकर खिचड़ी प्रसाद का वितरण अपने हाथों से किया गया। समरसता भोज में सर्व समाज ने एक पंगत में बैठकर 400 महिलाओं ने भोजन किया। समाज के साथ संत राम हरे दास महाराज जी ने प्रसाद ग्रहण किया और ग्रामों से विदा के दौरान स्नेह पौधा लगाकर सभी से कामना की। यह स्नेह पौधा हम सभी को गांव में सदैव आपसी सदभाव एवं समरसता बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा। जगह-जगह पर विदाई के दौरान स्थानीय महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाकर संतों को अपने गांव से अगले गांव की ओर विदा किया गया।
आज यहां रहेगी स्नेह यात्रा
अगले दिवस 21 अगस्त के प्रथम सत्र में संत रविदास मंदिर, पिपराकला, ओइला, जीतनगर एवं कल्याणपुर में दोपहर भोज एवं जन संवाद का कार्यक्रम एवं द्वितीय सत्र में कोरवारा, देवीनगर, धमनहाई, ककरहा (रगला), एवं चौथहा, नरहठी मे रात्रि भोज एवं जन संवाद का आयोजन किया गया है।