सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ मुकुंदपुर से लापता युवक का शव मिलने के बाद नाराज ग्रामीण सड़क पर उतर आए और उन्होंने शव रख कर चक्काजाम कर दिया। घंटों चला प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब सतना से सीएसपी मौके पर पहुंचे। इस दौरान वहां एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
हासिल जानकारी के मुताबिक मुकुंदपुर की हरिजन बस्ती में रहने वाले दिनेश साकेत के पुत्र अरुण साकेत का शव 15 अगस्त की शाम खजुरी में नहर के पास पड़ा पाया गया था। अरुण 14 अगस्त को घर से दो दोस्तों के साथ काम धंधे के सिलसिले में बाहर जाने के लिए रीवा गया था। तीनों को रेलवे की टिकट का रिजर्वेशन कराना था। लेकिन इसके बाद वह लौट कर घर नहीं आया। मंगलवार की शाम खजुरी में नहर के किनारे लाश मिलने की सूचना पर जब पुलिस पहुंची और शव की शिनाख्त हुई तो पता चला कि मृतक अरुण साकेत है।
बुधवार को सुबह पोस्टमार्टम के बाद जब परिजनों को सौंपा गया तो वे शव लेकर घर अथवा श्मशान जाने के बजाय ग्रामीणों के साथ मुकुंदपुर वाइट टाइगर सफारी के तिराहे पर आ गए और सड़क पर शव रख कर उन्होंने चक्काजाम कर दिया।
सैकड़ों की तादाद में महिलाएं,बच्चे और पुरुष सड़क पर एकत्र हो गए और उन्होंने तिराहे पर तीनों तरफ से वाहनों की आवाजाही रोक दी। सूचना मिलने पर ताला थाना, बेला तथा मुकुंदपुर चौकी से पुलिस फोर्स वहां पहुंच गया। ग्रामीणों को समझाने की कवायद शुरू हुई लेकिन वे तब तक नहीं माने जब तक सतना से सीएसपी महेंद्र सिंह ने वहां पहुंच कर उन्हें भरोसा नहीं दिलाया।
ग्रामीणों का कहना था कि अरुण की मौत स्वाभाविक नहीं है। उसे अपने साथ ले जाने वाले लड़कों पर आरोप लगाते हुए नाराज परिजनों ने कहा कि उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम किया जाना चाहिए।
मां का बुरा हाल
मृतक अरुण साकेत की मां का रो-रो कर बुरा हाल है। वह भी बेटे के शव के साथ सड़क पर बैठी विलाप करती रही। महिलाएं उसे ढांढस बंधाती रहीं। मां का कहना था कि दो लोग अरुण को साथ ले गए थे। बाद में एक युवक उसे छोड़ गया। बेटा घर नहीं लौटा तो उससे पूछा था कि अरुण कहां है तो उसने बताया कि वह उसे हायर सेकेंडरी स्कूल के पास छोड़ गया था। उसे चक्कर आ गया था। जब उससे कहा कि घर क्यों नहीं छोड़ा तो बोला कि अरुण ने कहा था कि वह खुद ही चला जाएगा। लेकिन अरुण घर नहीं लौटा, उसकी लाश ही मिली।