पानी की जाँच वा दवाई डालने के लिये अभियान शुरु
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा बरसात के मौसम मे होने वाली जल जनित बीमारियों की रोकथाम व बचाव के लिए एडवाईज़री जारी की गयी हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री शरद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की प्रति वर्ष बारिस के मौसम मे पेय जल श्रोत दूषित हो जाते है। बारिस का पानी कुयंे तालाब मे मिलकर उसे प्रदूषित कर देता है। जिस कारण हैजा, डायरिया, पीलिया, उल्टी दस्त आदि जल जनित गम्भीर बीमारियां हो जाती हैं। जो की जानलेवा सिद्ध हो सकती है। इन सब से बचने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा प्रति वर्ष पानी की जाँच के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चला कर लोगो को सचेत किया जाता है। साथ ही FTK द्वारा पानी की गुणवत्ता की जाँच की जाती हैं, व जरमेक्स नामक दवाई हैण्ड पम्प वा अन्य जल श्रोतों मे डाला जाता है ताकी पानी दूषित ना हो।
कार्यपालन यंत्री शरद सिंह ने ग्रामीणो को पानी छानकर उपयोग करने, पानी निकालने के लिए डन्डेदार लोटे या अन्य बर्तन का उपयोग करने, पानी को साफ-सुथरी जगह मे उँचाई से व ढककर रखने की सलाह दी है। बारिश के दौरान नदी तालाब व कुयें के पानी मे बहुत सारी अशुद्धियों वा गन्दगी मिल जाती है। अतः इनके पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। हैण्डपम्प के आस पास गन्दगी भी नहीं करनी चाहिए। पानी के सम्बन्ध मे किसी भी प्रकार की समस्या आने पर बिभाग से सम्पर्क किया जा सकता है। लैब द्वारा भी पानी की जाँच कराई जाती हैं।