National why did rahul gandhi meet people related-to george soros in america smriti irani raised questions: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा पर भाजपा ने एक बार फिर से सवाल खड़े किए हैं। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने आरोप लगाया कि यह मुद्दा उठाए जाने पर कांग्रेस ने मुकदमा दर्ज कराया था, जबकि कई दस्तावेज प्रमाण दे रहे हैं कि भारत की लोकतांत्रिक सरकार को हटाने की बात डंके की चोट पर कहने वाले जार्ज सोरोस द्वारा वित्त पोषित महिला सुनीता विश्वनाथ और जमात-ए-इस्लामी से जुड़े तजीम अंसारी के साथ अमेरिका में राहुल ने बैठक की। सोरोस के ही संस्थान ओपन सोसाइटी के ग्लोबल उपाध्यक्ष सलिल शेट्टी के साथ यहां भारत जोड़ो यात्रा की। भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में स्मृति इरानी ने कहा कि भाजपा ने इस विषय को पहले भी उठाया था कि कैसे जार्ज सोरोस भारत में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को हटाना चाहते हैं। सोरोस के इरादे हर भारतवासी को पता थे, तब भी ऐसी क्या मजबूरी थी कि राहुल गांधी ने जार्ज सोरोस के एक सहयोगी के साथ अमेरिका में बैठक की। इंटरनेट पर यह जानकारी भी उपलब्ध है कि उनकी चार जून की न्यूयार्क की बैठक में पंजीयन के लिए एक व्यक्ति का नाम और नंबर दिया गया। वह व्यक्ति तजीम अंसारी है। उसके संबंध इस्लामिक सर्किल आफ नार्थ अमेरिका से पाए गए।
इस बारे में 28 फरवरी, 2019 को अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रस्ताव में कहा गया था कि अंसारी का संपर्क और संबंध जमात- ए- इस्लामी के साथ है। केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाया कि उनका सहारा लेने की कांग्रेस को नौबत क्यों आ पड़ी। कहा कि जार्ज सोरोस का और उनके द्वारा वित्त पोषित संगठनों का राहुल गांधी से ताल्लुक नया नहीं, पुराना है। भारत के प्रति जार्ज सोरोस के इरादों को हर हिदुस्तानी जानता है तो क्या राहुल नहीं जानते थे। उनके साथ या उनसे संबंद्ध लोगों के साथ गांधी परिवार अपने रिश्तों को और मजबूत कर रहा है। इस मामले पर कांग्रेस द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे की चर्चा करते हुए स्मृति इरानी ने कहा कि यह जून है, आपातकाल की याद ताजा करते हुए गांधी परिवार ने देश को यह प्रमाण दिया है कि जिस राज्य में उनकी सत्ता है, वहां सत्य को दबाने के लिए वह कहां तक जा सकते हैं।