सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ 2 दिन पहले केंद्रीय जेल से पेरोल पर छूटे बंदियों और उनके परिजनों के साथ जेल के बाहर हुई मारपीट की घटना के बाद रविवार को जेल के अंदर मारपीट का मामला सामने आया है। हालांकि इस घटना पर जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है।
जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सेंट्रल जेल सतना की चारदीवारी के अंदर एक बंदी की रविवार की दोपहर पिटाई कर दी गई। उसके साथ मारपीट जेल के नंबरदारों ने की। जेल में पिटने वाले कैदी का नाम अनुज पटेल बताया जाता है। वह जेल में सजा काट रहे मिक्की सरदार नाम के मुजरिम का साथी है। इस घटना को दो दिन पहले मिक्की सरदार के भाई हनी सरदार और उसके साथियों द्वारा जेल से पेरोल पर छूट कर अपने घर जा रहे रघुनाथदीन पटेल, धर्मेंद्र पटेल, भोला बडोलिया और अजय पांडेय पर हुए हमले की प्रतिक्रिया माना जा रहा हैं।
जेल के बाहर हुई इस घटना में रघुनाथदीन पटेल और धर्मेंद्र पटेल के परिजनों के साथ भी मारपीट हुई थी। हमलावरों ने बाइक और कारों को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। बाद में रघुनाथ दीन और धर्मेंद्र पटेल के परिजनों में कोलगवां थाना में हंगामा कर दिया था। कैलाश पटेल नाम के उसके एक परिजन ने उसके हाथ में रही डिब्बी में रहा पदार्थ निगल कर जहर पी लेने का दावा किया था। उसे अस्पताल ले जाया गया था।
बताया जाता है कि पेरोल पर छूटे जिन बंदियों पर हमला किया गया था वे भी जेल में नंबरदार और चक्कर अधिकारी हैं। हमलावरों और बंदियों के बीच कोई जान पहचान या रंजिश नहीं थी लेकिन फिर भी उन पर हुए हमले को जेल के अंदर बंदी को सुख सुविधाएं दिलाने के लिए नंबरदारों और चक्कर अधिकारी पर दबाव बनाने के दुःसाहस का नतीजा माना जा रहा था। अब जेल के अंदर बंदी के साथ हुई मारपीट को उस घटना की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि इस मामले में जेल और पुलिस के जिम्मेदारों ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है।