चोरी की घटना निकली झूठी, पुलिस ने किया मामले का पर्दाफाश
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलयुगी ससुर अपनी ही बहु पर गलत निगांहे रखता था, इसका खामियाजा उसे मौत के रूप में भुगतना पड़ा है। पिछले दिनों हुई एक बुजुर्ग की हत्या का मामला आखिर तौर पर जिले की कोटर थाना पुलिस ने सुलझा लिया। पुलिस के मुताबिक मृतक ससुर अपनी छोटी बहु से कई मर्तबा छेड़छाड़ कर चुका था, लेकिन मान मर्यादा व लोक लज्जा के डर से बहु समाज के बीच व घर में किसी को इस मामले की जानकारी नहीं दी थी। लेकिन 3 जून की अल सुबह जब वह घर से बाहर गई और फिर वापस लौटी तो ससुर ने मर्यादा पार करते हुए उसके हांथ को पकड़ कर उससे जबरजस्ती करने लगा। इससे नाराज बहु ने बेलन व चाकू से ससुर पर वार करना प्रारंभ कर दिया, ससुर के ऊपर बहु उस वक्त तक वार करती रही जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। वहीं बाद में चोरी की घटना का स्वरूप देने के लिए पेटी मे रखे सामान को खुर्द-बुर्द कर दिया, जिससे ऐसा प्रतीत हो कि चोरी की नियत से बुजुर्ग की हत्या की गई है। वहीं पुलिस ने खुलासे में बताया कि चोरी की घटना झूठी निकली है। पूरे हत्याकांड का खुलासा सोमवार की शाम एसपी कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने किया।
ये था मामला
जिले के कोटर थाना अंतर्गत सेमरी में 3 जून की सुबह 65 वर्षीय चन्द्रभान द्विवेदी अपने ही घर मे मृत अवस्था मे पड़ा मिला था। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो मृतक के सिर, चेहरे एवं दाहिने हाथ की नाड़ी मे चोटे थी और काफी खून निकल चुका था। वहीं घटना स्थल पर मौजूद एक पेटी के ताले को तोड़कर नहीं बल्कि चाभी से खोलकर जो वृद्ध के जनेऊ मे बंधी होती है। उससे पेटी खोली गई थी एवं ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा घटना को चोरी का रूप देकर वृद्ध की हत्या कर दी गई है। लिहाजा मौके पर एफएसएल टीम, डांग स्क्वाड एवं फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ पहुंचे। जिसके बाद पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई।
इन तथ्यों पर पुलिस ने की जांच
पुलिस ने पाया कि घटना स्थल के आस पास खून के छिटे दिवार व पास में रखी अनाज की बोरियो मे लगे थे, तथा बिस्तर खून से लथपथ था। मृतक जहां सोता था उससे 20 फिट की दूरी पर मृतक की छोटी बहू नेहा दिवेदी पति मनीष द्विवेदी अपने डेढ साल के बच्चे के साथ सोई हुई थी। जो पूछताछ में बताई कि उसके कमरे कूलर चल रहा था उसने कोई आवाज नही सुनी। जब सुबह किवाड़ खोलकर ओसारी में अपने ससुर के बिस्तर के पास पहुची तो ससुर को खून से लथपथ मृत हालत मे बिस्तर पर पड़ी हुई देखी। तब इसकी सूचना जेठ सतीश द्विवेदी को दी। पुलिस के शक की सुई घूमी और पाया कि घटना स्थल के इतने करीब होते हुए भी बहू नेहा को कोई भी आवाज सुनाई नही दी। इसके अलावा छोटी बहु नेहा द्वारा पुलिस को गुमराह करते हुए बताया गया था कि चोरों द्वारा इस पेटी के अंदर से 40 हजार की चोरी की गई है। जबकि गांव में पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि मृतक ने 20 हजार समिति में जमा कर दिया, 12हजार किराने का उधार चुकता कर दिया है, 6 हजार के आस पास का डीजल खरीदा। शेष बचे लगभग 2 हजार को भी अन्य लोगो के उधार पैसे को चुकता कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बहु से पूछतांछ शुरू कर दी।
गलत आचरण से परेशान हो चुकी थी बहु
इस मामले पर मृतक की बहु ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि ससुर उसके प्रति गलत निगाह रखता था, जिससे वह काफी परेशान रहती थी। 3 जून की सुबह 4 बजे वह अपने कमरे से निस्तार के लिए बाहर गयी थी व निस्तार के बाद जैसे कमरे के अंदर आयी तो ससुर जग रहा था। वह हाथ पकड़कर चारपाई में खीचने लगा। तब उसे बेडऩा/गुटका उठाकर अपने ससुर के सिर में मारी जिससे वह चारपाई में गिर गया। बहु ससुर को उस वक्त तक मारती रही जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। पुलिस ने मृतक की छोटी बहू नेहा के कब्जे से लकड़ी के गुटके, मृतक की पेटी की चाभी बरामद किया है। पुलिस ने महिला आरोपी को गिरफतार करते हुए न्यायालय में पेश किया है। वहीं मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रूपए के पुरूष्कार दिया गया।