सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सहायक संचालक कृषि ने बताया है कि खरीफ फसल की बुवाई के पूर्व किसान भाई बीज का अंकुरण कर परीक्षण करें। उन्होंने बताया कि सोयाबीन के 100 दानों का अंकुरण करें, जिसमें 75 से अधिक दाने का अंकुरण होने पर बीज बुवाई के योग्य है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि खरीफ बुआई के पूर्व बीज का अंकुरण आवश्य करें तथा फसल के लिए उर्वरक व्यवस्था समिति या निजी व्यापारी से अपनी आवश्यकतानुसार क्रय कर भंडारित करें। जिससे बुवाई के समय पर कृषकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि आपके गांव में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाने के बारे में जानकारी दी जा रहीं होगी।
किसान भाई प्रायोगिक तौर पर प्राकृतिक खेती के घटक को सोयाबीन फसल पर प्रयोगकर परिणाम ले। आगामी फसलों के अधिक रकबे पर प्राकृतिक खेती करें। बीज उर्वरक एवं कीटनाशक क्रय से संबंधित संस्थाओं से पक्के बिल लें। फसल विविधीकरण अपनाकर एक से अधिक फसल लेवे ताकि अल्प, अधिक वर्षा होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके। साथ ही बीज का चयन करते हुए नवीन किस्म (10 वर्ष के अन्दर) का चयन करें।
नॉन रेग्यूलर यूनिक कोड निर्मित करने के निर्देश जारी
कोषालय द्वारा नॉन रेग्युलर यूनिक कोर्ड निर्मित किये जाने के संबंध में शासन द्वारा दिशा निर्देश जारी किये गये है। इसके तहत शासकीय एवं आशासकीय संविदा आदि के मानदेय, मानसेवी एवं अनुदान प्राप्त कर्मचारियों के लिए जो नियमित वेतन प्राप्त कर रहे शासकीय सेवकों का एम्पलाई कोड रेग्युलर कैटेगरी में एवं मजदूरी व संविदा वेतन प्राप्त कर रहे शासकीय सेवकों के एम्पलाई कोड नॉन रेग्युलर कैटेगरी में बनाये जाने की सुविधा सर्विस मैटर मॉड्यूल अंतर्गत एम्प्लाई मास्टर प्रोसेस में प्रदान की गई है।
ऐसे सेवक जिनका मानदेय अथवा वेतन एवं अन्य प्रकार से प्रतिमाह निर्धारित राशि का भुगतान वेडरों के माध्यम से किया जाता है। जैसे आंगनबाडी कार्यकर्ता, कोटवार, होमगार्ड आदि ऐसे समस्त सेवक जिन्हे वेतन अतरिक्त अन्य मद से मानदेय अथवा वेतन आदि का भुगतान वेडर बनाकर किया जा रहा है। उनके नॉन रेग्युलर यूनिक एम्पलाई कोड तैयार किया जाना है।
विद्युत विच्छेदन संबंधी फर्जी मैसेज से सावधान रहने की अपील
बिजली उपभोक्ताओं को इन दिनों फर्जी मैसेज प्राप्त हो रहे हैं जिसमें यह कहा जा रहा है कि उपभोक्ता द्वारा पिछले माह किया गया बिजली बिल का भुगतान अपडेट नहीं हो पाने के कारण बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ता के घर की बिजली काट दी जाएगी। साथ ही उपभोक्ताओं को एक मोबाइल नंबर पर संपर्क करने के लिए कहा जा रहा है। इस नम्बर पर कॉल करने पर कुछ उपभोक्ताओं पर एक मोबाइल एप डाउनलोड करने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है, जिससे उपभोक्ता का डिवाइस रिमोटली उन शरारती तत्वों के नियंत्रण में आ जाये।
विद्युत वितरण कंपनी द्वारा समाचार पत्रों में प्रकाशित इन खबरों पर संज्ञान लेते हुए यह अवगत कराया है कि ऐसे अनजान एवं शातिर लोगों के झांसे में नहीं आए तथा पूर्णतः सावधानी बरतें। कंपनी द्वारा बिजली बिल के भुगतान के लिए न तो किसी मोबाइल नंबर पर संपर्क करने के लिए कहा जाता है और न ही ‘‘स्मार्ट बिजली एप’’ के अलावा किसी अन्य मोबाइल एप को डाउनलोड करने की सलाह दी जाती है। कंपनी द्वारा बकायादार उपभोक्ताओं को ही बकाया राशि का भुगतान करने की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जाती है।