सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई जन सुनवाई में अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह एवं संयुक्त कलेक्टर सुरेश जादव ने जिले के विभिन्न अंचलो से अपनी समस्याओं का आवेदन लेकर आये 49 आवेदकों की समस्याएं सुनी और उनके निराकरण के संबंध मे अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे। जनसुनवाई में कुल 49 आवेदन प्राप्त हुये।
जनसुनवाई में जमीन का सीमांकन कराने, अनुकंपा नियुक्ति, गरीबी रेखा में नाम जोड़ने, गरीबी रेखा से नाम काटने, खाद्यान पात्रता पर्ची, दाखिल-खारिज कराने, प्रधानमंत्री आवास योजना, अवैध कब्जा हटाने, राशन कार्ड बनाने, विद्युत समस्या, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, जमीन का कब्जा दिलाने, चिकित्सा सहायता, रोजगार दिलाने, भरण-पोषण और संबल योजना के लाभ संबंधी आवेदन लेकर आवेदक जनसुनवाई में पहुंचे। अपर कलेक्टर और संयुक्त कलेक्टर ने आवेदकों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनकर समस्याओं के त्वरित निस्तारण करने के संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
पाँच रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बदले
जिले की जनपद पंचायतों के ग्राम पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार कराये जाने हेतु पूर्व में नियुक्त 5 रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बदले गये। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा द्वारा जिला स्तरीय प्रशासनिक व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए जनपद पंचायत अमरपाटन की ग्राम पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार कराये जाने हेतु पूर्व में नियुक्त कमलेश कुमार पाण्डेय के स्थान पर श्री आरती यादव तथा जनपद पंचायत रामपुर बघेलान में नियुक्त सुधीर कुमार बैक के स्थान पर आरएन खरे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामपुर बघेलान को, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अमरपाटन को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त किया गया।
इसी प्रकार नगर परिषद रामपुर बघेलान की फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने हेतु पूर्व में नियुक्त अभयराज सिंह के स्थान पर हिमांशु शुक्ला प्रभारी तहसीलदार रामपुर बघेलान, नगर परिषद कोठी एवं जैतवारा में नियुक्त सुषमा रावत के स्थान पर बीके मिश्रा तहसीलदार रघुराजनगर तथा जनपद पंचायत उचेहरा की ग्राम पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार कराये जाने हेतु पूर्व में नियुक्त हेमकरण धुर्वे के स्थान पर सुधीर कुमार बैक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व उचेहरा को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त किया गया है।
प्रदेश के 75 आयुष ग्राम में संचालित हो रही है विशेष गतिविधियाँ
भारत सरकार की राष्ट्रीय आयुष मिशन योजना के अंतर्गत आयुष विभाग द्वारा प्रदेश के 75 ग्रामों में स्वास्थ्य पर केन्द्रित गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। आयुष ग्राम की स्थापना का उद्देश्य, आयुष चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से ग्रामीणजन के स्वास्थ्य को उत्तम बनाये रखना है।
आयुष विभाग ने जिन ग्रामों को आयुष ग्राम घोषित किया है, वहाँ जनसंख्या का स्वास्थ्य सर्वेक्षण कर डाटाबेस तैयार किया गया है। तैयार डाटाबेस को सॉफ्टवेयर में दर्ज किया गया है। विभाग द्वारा डाटाबेस का विश्लेषण कर ग्राम की स्वास्थ्य रिपोर्ट तैयार की गई है। विभाग रिपोर्ट के आधार पर भविष्य की कार्य-योजना तैयार कर रहा है। प्रत्येक आयुष ग्राम को कुपोषण, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मलेरिया मुक्त बनाना भी प्रमुख उद्देश्य है। आयुष ग्राम में जन-सामान्य में गर्भवती महिला एवं शिशु देखभाल संबंधी जागरूकता भी की जा रही है।