सीधी/पथरौला, भास्कर हिंदी न्यूज़/ संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव में एक हाथी का उत्पात बरकरार है। जंगल में अकेले स्वछंद विचरण करने वाला यह नर हाथी शाम होते ही लगातार गांव का रुख कर रहा है। ग्रामीणों के दहशत का पर्याय बना हुआ है। ताजा मामला कुसमी जनपद के ग्राम लुरघुटी में आया है। जहां बीती रात एक नर हाथी तकरीबन 10 बजे सांई डोल के जंगलों से निकल कर विजय सिंह पुत्र रामप्रसाद सिंह 50 वर्ष निवासी लुरघुटी के घर पहुंच गया। वन विभाग द्वारा हाथी की लोकेशन लुरघुटी गांव की तरफ होने की सूचना ग्रामीणों को दी गई थी। लिहाजा गांव के लोग अलर्ट थे इसलिए जैसे ही हाथी के आने की आहट घर वालों को हुई तो पूरा परिवार घर से भाग कर आस पास के ग्रामीणों सहित वन विभाग को हाथी के घर ध्वस्त करने की सूचना दी गई। सूचना बाद पहुंचे ग्रामीणों एवं वन विभाग की टीम द्वारा हाथी को जंगल में खदेड़ने का प्रयास किया गया। लेकिन तब तक यह हाथी आदिवासी परिवार के कच्चे मकान को ध्वस्त कर चुका था। हालांकि घर में रखी सामग्री को हाथी नुकसान पहुंचा पाते इसके पहले ही ग्रामीण और वन विभाग की टीम द्वारा हाथी को कुंदौर के जंगलों की तरफ खदेड़ दिया गया। सुबह हल्का पटवारी अतुल तिवारी द्वारा घटना स्थल पर पहुंच कर मौका मुआयना करते हुए मकान के क्षति पूर्ति का प्रकरण तैयार किया गया।
वन विभाग द्वारा चलाया जा जागरूकता अभियान
उधर हाथियों से जान माल की सुरक्षा के लिहाज से उच्चाधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से हाथियों से जान माल की सुरक्षा करने लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत बीते दिनों रंग दूत समाज सेवा एवं शिक्षण समिति सीधी द्वारा हाथी प्रभावित गांव कुंदौर, ताल, हरदी, नागपोखर, सरसईं, ददरी, लुरघुटी, खैरी, हैकी, कोटा, पोंडी, आमगांव, बिडौरा, आदि गांवों में नुक्कड़ नाटक कर अभिनव के माध्यम से हाथियों सहित अन्य जंगली जानवरों से बचाव के उपाय बताए गए तथा हाथियों अथवा अन्य हिंसक जंगली जानवरों के गांव में आने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। इसकी जानकारी अभिनव के माध्यम से दी गई।