छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गोरैया हार में 70 वर्षीय नारायणदास कुशवाहा महाराज समाधि लेने छह फीट गहरे गड्ढे में उतरे। सूचना मिलते ही पुलिस ने उन्हें चार घंटे बाद ही निकाल लिया। अब पुलिस कार्रवाई के विचार-विमर्श कर रही है।
दो दिन से चल रही थी समाधि की तैयारी
यहां बता दें, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गोरैया हार में सिद्ध बाबा मंदिर परिसर में रहने वाले 70 वर्षीय नारायणदास कुशवाह महाराज पिछले दो दिन से समाधि की तैयारी करा रहे थे। समाधि के लिए मंगलवार का दिन चयन किया गया। इस दिन मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।
समाधि के लिए छह फीट गहरा गड्ढा खोद गया। गड्ढे में ईंटें लगाई गईं। पूजा-अर्चना के बाद महाराज मंगलवार दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर भक्तों के जयकारों के बीच गड्ढे में उतर गए। गड्ढे में उतरकर उन्होंने लकड़ी का एक पटा लिया। इसके अलावा उन्होंने चादर और बिस्तर लिया।
समाधि में पूरी तरह से उतरने के बाद उन्होंने भक्तों से कहा कि ठीक 48 घंटे बाद जब वे आवाज देंगे तब उन्हें बाहर निकालना है। उससे पहले बाहर निकालने के प्रयास नहीं करना है। इसके बाद जयकारों के बीच भक्तों ने गड्ढे को प्लेटें लगाकर बंद कर दिया। इसके बाद इस गड्ढे पर मिट्टी डाल दी गई।
मिट्टी के ऊपर पूजा-पाठ कर पांच मटके रख दिए गए। खास बात यह है महाराज मंगलवार को समाधि ले रहे हैं, इसकी जानकारी आसपास के लोगों को पिछले दो दिन से थी, लेकिन पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को इसकी भनक नहीं लगी। दोपहर में महाराज जब समाधि ले गए तब जाकर पुलिस और प्रशासन को सूचना मिली।
चार घंटे समाधि के बाहर बाबा को बाहर निकाला
सिद्ध बाबा मंदिर परिसर में रहने वाले नत्थू कुशवाह ने बताया कि महाराज ने जन कल्याण के लिए समाधि ली है। जनता का भला करने के लिए समाधि ली है। नत्थू से जब कहा गया कि रोका नहीं तो जवाब दिया कि उन्होंने 24 घंटे की समाधि लेने के लिए कहा था, लेकिन 70 वर्षीय नारायणदास कुशवाह बोले मैं पहले भी समाधि ले चुका हूं।
जन कल्याण के लिए इस बार पूरे 48 घंटे की समाधि लेना होगी। वहीं जब समाधि की सूचना सामने आई तो सीएसपी लोकेंद्र सिंह, टीआइ कमलेश साहू और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। करीब चार घंटे बाद शाम छह बजे के करीब महाराज को समाधि से बाहर निकलवाया गया है। इसके बाद उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी महाराज पर समाधि के लिए कार्रवाई पर मंथन कर रहे हैं।