अनूपपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ चमक गरज के साथ रविवार की शाम जिला मुख्यालय सहित जिले के चारों तहसील क्षेत्र में मौसम ने करवट ली। खुले आसमान में बादल छाए और फिर हवाओं के साथ तेज वर्षा शुरू हो गई। वर्षा के दौरान महुआ के फूल आकार के ओले झमाझम गिरने लगे। करीब 10 मिनट तक वर्षा के साथ ओलावृष्टि हुई। ओला गिरने के बाद 10 मिनट और वर्षा हुई इसके बाद वर्षा थमी लेकिन जगह-जगह पानी का भराव हो गया। और मौसम में ठंडक घुल गई। गर्मी के मौसम में लोगों को वर्षा काल जैसा नजारा देखने को मिला।
फसलों पर पड़ रहा विपरीत असर
पिछले एक पखवाड़े से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कभी रिमझिम वर्षा हो रही है तो आकाश में बादल छाए रहते तो कभी धूप खिल जाती। मौसम के इस बदलाव से लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। कुछ दिन पहले भी वर्षा हुई थी लेकिन आसमान साफ हो जाने से फसल ,सब्जी और फलदार पेड़ों पर नुकसान कम हुआ था। ओलावृष्टि के चलते गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचने की संभावना हो गई है। वर्तमान में किसान फसल की कटाई में लगे हुए हैं ऐसे में जिन किसानों की कटी फसल खेतों में होगी वह भीग जाएगी और दाने भी गिरेंगे साथ ही दाने का रंग भी काला पड़ सकता है। कई स्थानों पर मसूर की फसल भी पूरी तरह से कट नहीं पाई है ऐसे में किसानों के सामने फसल को सुरक्षित रखने की चुनौती बन गई है।
सोमवार को मौसम खुला तो कम होगा नुकसान
महुआ की फसल भी इस बार गर्मी तेज ना पड़ने और वर्षा के चलते वातावरण में नमी होने की वजह से पेड़ों में फूल कम आए हैं। सब्जी की फसल को भी वर्षा और ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचने के आसार बन गए हैं खासकर टमाटर, आलू, गोभी, धनिया जैसी सब्जियां। किसानों को कहना था यदि सोमवार को मौसम खुल जाता है तो नुकसान ज्यादा नहीं होगा और यदि ऐसा न हुआ तो चौतरफा मार किसानों के साथ-साथ आने वाले समय में आम जनमानस को भी होगी।