Pujab police conduct flag marches in many cities as operation to nab khalistani sympathiser amritpal singh continues: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस लगातार उसका पीछा कर रही है और जगह-जगह रेड डाल रही है। उधर अमृतपाल सिंह अलग-अलग गाड़ियां और लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा देता जा रहा है। इस चक्कर में आम लोगोंं की जान भी खतरे में पड़ गई है। पंजाब पुलिस ने बताया कि एक सिंगल लेन में फंस जाने पर अमृतपाल की गाड़ी ने 5-6 बाईक सवारों को टक्कर मार दी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को आशंका है कि ये उसके समर्थकों की चाल भी हो सकती है। पंजाब अमृतपाल सिंह की गाड़ी महतपुर के एक गांव से बरामद की है। पंजाब पुलिस ने जब अमृतपाल का पीछा किया तो अमृतपाल अपनी गाड़ी और असलहे छोड़कर एक मोटरसाइकिल में बैठकर भाग गया।
सभी बॉर्डर सील
खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का चीफ अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस लगातार दबिश दे रही है। पंजाब के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं और कई जगहों पर सर्च ऑपरेशन किए जा रहे हैं। अमृतपाल सिंह फिल्मी अंदाज में लगातार अपनी लोकेशन और गाड़ियां बदल रहा है। पंजाब पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी और उसके पिता से कहा कि बेटे से सरेंडर करने को कहें।
कई शहरों में फ्लैगमार्च
पुलिस ने अमृतपाल से समर्थकों के हंगामे की आशंका को देखते हुए लुधियाना और गुरदासपुर समेत कई शहरों में फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा और मुक्तसर समेत पंजाब के कई जिलों में धारा 144 लगाई गई है। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए पंजाब के कई इलाकों में शुक्रवार रात में 12 बजे से ही इंटरनेट को बंद कर दिया था। पंजाब में मोबाइल इंटरनेट 20 मार्च दोपहर 12 बजे तक बंद किया गया है। SMS सर्विस पर भी रोक है।
कस रहा शिकंजा
जालंधर कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने बताया कि अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। उसकी दो कारों को जब्त कर लिया गया है और उसके गनमैनों को पकड़ा है। अब तक खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के 80 से अधिक करीबियों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर अमृतपाल के खिलाफ नई एफआईआर दर्ज की जा रही है। उसके काफिले की एक कार को जब्त कर लिया गया है। इसमें एक कृपाण, 315 बोर का हथियार और 57 जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। उसके हथियारों की वैधता की जांच की जा रही है और मामला दर्ज किया गया है। कुछ बंदूकों के पाकिस्तान और चीन में बने होने के सबूत मिले हैं।