MP news legislators surrounded forest minister vijay shah due to disturbance in national park: digi desk/BHN/भोपाल/विधानसभा में कान्हा और पेंच नेशनल पार्क में गड़बड़ियों का मुद्दा उठाकर विधायकों ने वन मंत्री विजय शाह को घेरा। कांग्रेस के विधायकों ने प्रश्नकाल में निर्माण कार्य के नाम पर अनियमितता करने, भूमि लेने के बाद भी निर्माण कार्य न कराने, बिना अनुमति बनाए गए व्यावसायिक भवनों के विरुद्ध कार्रवाई करने का विषय उठाया।
साथ ही कहा कि आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय स्तर पर न तो रोजगार दिया जा रहा है और न ही नियमानुसार जो राशि मिलनी चाहिए, वह दी जा रही है। इस पर वन मंत्री ने जांच कराने का आश्वासन दिया और कहा कि यदि गड़बड़ी हुई तो दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा।
अर्जुन सिंह काकोडिया ने पेंच नेशनल पार्क से चार वर्ष में हुई आय और आदिवासी समुदाय के विकास के लिए किए गए प्रयासों को लेकर प्रश्न किया।
उन्होंने कहा कि प्रश्न आय से संबंधित पूछा जा रहा है और उत्तर खर्च का दिया जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि मजाक चल रहा है। एक ही समिति को एक करोड़ रुपये बर्तन खरीदने के लिए दे दिए। वन विभाग को 36 हेक्टेयर भूमि दी पर बदले में कालेज व स्कूल के लिए भूमि नहीं मिली।इस पर वन मंत्री ने कहा कि दो करोड़ 52 लाख रुपये की आय हुई। इसमें से 33 प्रतिशत समितियों को दिया। यह राशि गई या नहीं, इसकी जांच करा लेंगे। इस उत्तर से काकोडिया संतुष्ट नहीं हुए और अपनी बात जारी रखी। इस पर नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने कहा कि यह गंभीर मामला है। जांच कराई जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि हमें गर्व है कि प्रदेश टाइगर स्टेट है। स्थानीय लोगों को यह अहसास होता है कि नेशनल पार्क होने का उन्हें होने लाभ नहीं है। इसको लेकर हमें सोचना होगा कि उन्हें कैसे फायदा हो। संसदीय कार्यमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने इससे सहमति जताई।इसी तरह नारायण सिंह पट्टा ने कान्हा नेशनल पार्क का आसपास बिना अनुमति बने व्यावसायिक भवन संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई न होने का विषय उठाते हुए कहा कि निर्देश दिए जाने के बाद भी एफआइआर तक नहीं हुई है। उन्होंने सरही गेट से प्रवेश देने का विषय भी उठाया। इस पर वन मंत्री ने कहा कि एक माह में सभी कार्यवाही हो जाएगी। सरही गेट से ही टिकट भी देंगे।