सर्वाधिक मात्रा में खिचड़ी बनाने का रिकार्ड एशिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज
रीवा ,भास्कर हिंदी न्यूज़/ शिव बरात आयोजन एवं जन कल्याण समिति ने महाशिवरात्रि पर महाप्रसाद के रूप में खिचड़ी का वितरण किया। रीवा में सर्वाधिक मात्रा में खिचड़ी बनाने का रिकार्ड भी एशिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज हो गया है। एशिया बुक आफ रिकार्ड टीम के सेक्रेटरी डा एके जैन ने इस बात का दावा किया है। नईदुनिया से बातचीत करते हुए श्री जैन ने बताया कि शिव बरात आयोजन एवं जनकल्याण समिति ने 5100 किलो खिचड़ी बनाकर एशिया बुक आफ रिकार्ड बनाया है। इसके पूर्व सर्वाधिक 3100 किलो खिचड़ी बनाने का रिकार्ड दर्ज था।
समिति के अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने बताया कि हम लगातार खिचड़ी को राष्ट्रीय व्यंजन बनाने की मांग कर रहे हैं इसके लिए कई बार पत्राचार भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि गिनीज आफ वर्ल्ड रिकार्ड, लिम्का बुक सहित एशिया बुक आफ रिकार्ड में आवेदन पत्र देकर टीम के सदस्यों को रीवा में आमंत्रित किया था जिसमें केवल एशिया बुक आफ रिकार्ड के पदाधिकारी शामिल। अन्य लोगों ने नान ब्रेक वीडियो रिकार्डिंग की मांग की है जिसे देखने के बाद वह परिणाम घोषित करेंगे।
कानपुर से बनवाया गया था बर्तन
अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने बताया कि इतनी बड़ी तादाद में खिचड़ी पकाने के लिए बड़े बर्तन की आवश्यकता थी लिहाजा समिति के लोगों ने कानपुर में संपर्क कर 1100 किलोग्राम की कड़ाही का निर्माण कराया जिससे भट्टी में चढ़ाने के लिए क्रेन की भी मदद ली गई थी। हमें पहले से उम्मीद थी कि निश्चित तौर पर हम रिकार्ड बनाएंगे लेकिन बाबा बैजनाथ धाम में बनने वाले चावल की जानकारी ना होने के कारण मन में संशय था। हालांकि संसद उस समय दूर हो गया जब एशिया बुक आफ रिकार्ड के पदाधिकारी में नाम दर्ज होने की घोषणा कर दी।
51हज़ार लोगों ने किया प्रसाद
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि उक्त महाप्रसाद शिव बरात में शामिल 51000 लोगों को वितरित किया गया सभी लोगों ने महाप्रसाद को ग्रहण कर इस रिकॉर्ड के साक्षी बने हैं।