सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ 75 वर्ष की आयु भगवानदीन अचानक उस समय चर्चा में आ गए जब उन्होंने 75 वर्ष की आयु 65 वर्ष महिला के साथ मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सम्मेलन में विवाह कर लिया। सतना की रामनगर जनपद में गत गुरुवार को उक्त जोड़े ने उम्र के चौथे पड़ाव पर पहुंच कर विवाह रचाया।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में 75 साल के दूल्हे भगवानदीन और 65 साल की मोहनिया ने सात फेरे लिए। रामनगर की देवरी पंचायत के रहने वाले भगवानदीन जन्म से दिव्यांग है। उनका विवाह हुआ था, लेकिन कोई संतान नहीं हुई। 11 साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई। उधर, मोहनिया ने तो विवाह ही नहीं किया था। विवाह सम्मेलन में प्रदेश के पंचायत राज्य मंत्री राम खिलावन पटेल शामिल हुए।
युवाओं ने दिया साथ 75 साल के बुजुर्ग भगवानदीन चल नहीं सकते। लोगों ने उन्हें गोद में उठाकर मंडप में बिठाया। फेरे भी गोद में उठाकर कराए गए। 75 वर्षीय भगवानदीन चल नहीं सकते। लोगों ने उन्हें गोद में उठाकर मंडप में बिठाया। फेरे भी गोद में उठाकर कराए गए।विवाह करने के लिए प्रेरित किया।
भगवानदीन की पत्नी के निधन के बाद वह अकेले हो गए थे। मोहनिया भी अकेली ही थी। पिछले 10 साल से दोनों लिव इन में रह रहे थे। उनके प्रेम की खबर गांव वालों को भी थी। इसी बीच उन्हें पता चला मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत विवाह सम्मेलन होने वाला है। गांववालों ने भगवानदीन को मोहनिया से शादी करने के लिए प्रेरित किया। दोनों शादी के लिए राजी हो गए। जैसे ही ये प्रेमी जोड़ा कार्यक्रम स्थल पहुंचा तो उन्हें देखने के लिए भीड़ जमा हो गई। इस अनोखे जोड़े को देखकर हर कोई हैरान था। शादी की रस्में शुरू हुई। दिव्यांग भगवानदीन को ग्रामीणों ने गोद में उठा कर अग्नि के फेरे लगवाए। आखिर भगवानदीन और मोहनिया एक दूजे के हो गए।
भगवानदीन और मोहनिया ने पूरे विधि विधान के साथ शादी की। दोनों 10 साल से लिव इन में रह रहे थे। भगवानदीन और मोहनिया ने पूरे विधि विधान के साथ शादी की। दोनों 10 साल से लिव इन में रह रहे थे।