कोविड की संभावित लहर के दृष्टिगत जिला अस्पताल का सांसद और कलेक्टर ने किया निरीक्षण
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोविड-19 की संभावित लहर से बचाव के लिए आकस्मिक स्थिति में चिकित्सा व्यवस्था और अन्य व्यवस्थाओं सहित ऑक्सीजन प्लांट की वर्किंग का जायजा लेने सांसद गणेश सिंह और कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सोमवार को जिला चिकित्सालय सतना का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को फंक्शनल रखने के निर्देश दिये। इस अवसर पर अपर कलेक्टर संस्कृति जैन, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही, सीएमएचओ डॉ एलके तिवारी, सिविल सर्जन डॉ केएल सूर्यवंशी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण मनोज द्विवेदी सहित जिला अस्पताल के डॉक्टर्स उपस्थित रहे।
सांसद श्री सिंह ने कहा कि ऑक्सीजन पीएसए प्लांट, ऑक्सीजन सप्लाई, आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन सपोर्टेड, आईसीयू बेड सहित सभी व्यवस्थाओं को फंक्शनल रखें। विदेशों में बढ़ते कोरोना प्रकरणों के दृष्टिगत केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुक्रम में सभी अस्पतालों में 27 दिसम्बर को मॉकड्रिल होगी। अस्पताल अधीक्षक, सिविल सर्जन और अन्य अधिकारी चेक लिस्ट बना कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का गहनता से निरीक्षण करें। उन्होने कहा कि पहले भी सबके सम्मिलित प्रयासों की बदौलत कोविड-19 की चुनौती का हमने सफलतापूर्वक सामना किया है। व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर पूरी तरह से तैयार रहना है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 से बचाव के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश का पालन सुनिश्चित करायें।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि कोविड-19 की संभावित लहर के दृष्टिगत अस्पतालों में उपचार के लिये आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर लें। व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाये रखने के लिये 27 दिसंबर को होने वाले मॉकड्रिल आयोजित होनी है। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि कोविड से प्रिकॉशन के तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सेनेटाइजर अथवा साबुन से हाथ धोना और घर से बाहर जाने पर मास्क अवश्य लगाने जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों के संबंध में आमजन की जागरुकता के अभियान भी करें।
कोविड प्रोटोकाल के जागरुकता संबंधी कार्यक्रम शुरु हों- सांसद
सांसद गणेश सिंह और कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिला चिकित्सालय के सभाकक्ष में चिकित्सा अधिकारियों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर कोविड-19 की संभावित लहर से निपटने और आपात स्थिति में चिकित्सा व्यवस्थाओं की कार्य योजना की समीक्षा की। सांसद ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन किया जाए। कोविड से बचाव के लिए अभी से एहतियात के रूप में प्रोटोकाल का पालन करने जागरूकता पर कार्यक्रम शुरू करें। अस्पतालों में चिकित्सक और स्टाफ मास्क लगाएं तथा मरीजों को भी मास्क लगाने और सैनिटाइजर के उपयोग के लिए प्रेरित करें। एंबुलेंस में मास्क और कोरोना गाइडलाइन के प्रोटोकाल का पालन करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एलके तिवारी ने बताया कि जिला चिकित्सालय सतना और विकासखंड मुख्यालयों के अस्पतालों में कोविड की संभावित लहर की चुनौतियों से निपटने पर्याप्त संसाधन एवं व्यवस्थाएं हैं। जिला चिकित्सालय सतना में एक-एक हजार एलपीएम के दो ऑक्सीजन प्लांट और 250 तथा 500 एलपीएम के दो ऑक्सीजन प्लांट मैहर सिविल हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। जिला अस्पताल में 180 आइसोलेशन बेड, 415 ऑक्सीजन युक्त बेड, 87 आईसीयू बेड, 18 पीआईसीयू बेड और 10 क्रियाशील वेंटीलेटर्स की उपलब्धता है। इसके अलावा जिले की अन्य अस्पतालों में 451 बी-टाइप, 190 डी-टाइप मिलाकर कुल 641 ऑक्सीजन सिलेंडर है। जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग एक हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी मौजूद हैं। जिला अस्पताल में 25 मेडिकल ऑफिसर, 5 पीजी मेडिसिन डॉक्टर, 2 पीजी एनेस्थिसीय डॉक्टर और 172 नर्सिंग ऑफिसर उपलब्ध हैं।
कोविड टीकाकरण के बारे में बताया गया कि 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम डोज कवरेज 64 प्रतिशत, द्वितीय डोज 94 प्रतिशत कवरेज है, जबकि 38812 डोज ड्यू है। 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम डोज कवरेज 96 प्रतिशत, द्वितीय डोज 76 प्रतिशत और कुल 47081 डोज ड्यू है। सांसद श्री सिंह ने 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में द्वितीय डोज के कम कवरेज और प्रिकॉशन डोज के कम कवरेज पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी वंचित प्रिकॉशन डोज के व्यक्तियों से बूस्टर डोज लगवाने की अपील भी की।