रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जीजा ने साली को छेड़ा तो ससुराल वाले दामाद को पीटते हुए जंगल में ले गए। यहां साले ने डंडे से वार किया जिससे जीजा की मौत हो गई। आरोपितों ने जंगल में पत्थरों के नीचे लाश दबा दी। कुछ दिन तक हड्डियां यहां-वहां फेंकते रहे। तीन माह बाद मृतक के चचेरे भाई ने खोज-खबर ली तो नरकंकाल में माला, राखी और कपड़ों से उसकी शिनाख्त की। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो फरार हैं।
तीन माह पहले की घटना
एएसपी विवेक लाल श्रीवास्तव ने बताया कि रामसुहावन सिंह गौड़ उर्फ संतोष (27) पुत्र स्वर्गीय रामदास अपने ससुराल मऊगंज थाना के दामोदरगढ़ पहाड़ गांव में रहता था। तीन माह पहले घर में मुर्गा बना था। कुछ रिश्तेदार भी घर आए थे। सुबह करीब पांच बजे रामसुहावन ने साली के साथ छेड़खानी कर दी।
साली ने आवाज लगाई तो सभी लोग जाग गए। राम सुहावन को रोका तो वह गाली-गलौज कर मारपीट करने पर उतारू हो गया। तभी चाचा व मौसी के लड़के भड़क गए। गुस्से में वे उसे मारते-पीटते जंगल ले गए। यहां चचेरे साले ने पीछे से डंडा मार दिया और ससुर सहित अन्य आरोपितों ने भी डंडे से प्रहार किया जिससे उसकी मौत हो गई।
तीन माह बाद दामोदरगढ़ पहाड़ के जंगल में नरकंकाल मिला, जिसकी हड्डियां दूर-दूर तक बिखरी पड़ी थीं। पुलिस ने मृतक ने परिवार वालों के अलग-बयान लिए, तो आरोपितों ने हत्या की बात स्वीकार की।
ये आरोपी गिरफ्तार
मऊगंज पुलिस ने आरोपी ससुर शिवबहादुर सिंह गौड़ उर्फ छोटे (50) पुत्र रजमोहन, रिश्तेदार भैयालाल सिंह गौड़ उर्फ बब्बू (20) पुत्र जयभारत, लालबहादुर सिंह गौड़ (22) पुत्र रामसहाय, दल प्रताप सिंह गौड़ उर्फ देव (22) पुत्र तेज बलि, वंशबहोर सिंह गौड़ उर्फ लाला (35) पुत्र हीरा लाल सभी निवासी दामोदरगढ़ पहाड़ को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि कमल सिंह गौड़ पुत्र ददन और सुनील सिंह गौड़ उर्फ बाबा पुत्र ददन दोनों निवासी शेरवा थाना चितरंगी जिला सिंगरौली फरार हैं।