marrige mhuert: भोपाल/ देवउठनी एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्यों पर 15 दिसंबर को विराम लग जाएगा। 15 दिसंबर तक भूमि पूजन, गृह प्रवेश, सगाई, विवाह आदि मांगलिक कार्य हो सकेंगे। शादियों के लिए 11 दिसंबर को इस साल का आखिरी शुभ मुहुर्त है। फिर नए साल यानी 2021 की शुरूआत से 17 अप्रैल तक शुभ कामों पर रोक रहेगी। मां चामुण्डा दरबार के पुजारी पंडित रामजीवन दुबे ने बताया 11 दिसंबर तक शादियों के लिए मुहूर्त रहेंगे। वहीं 14 दिसंबर को अन्य शुभ काम हो सकेंगे। इसके बाद सूर्य के धनु राशि में आने से खर मास शुरू हो जाएगा, जो 14 जनवरी 2021 तक रहेगा। खर मास में विवाह आदि शुभ मुहूर्त नही होते हैं। इसके बाद 19 जनवरी को गुरू तारा अस्त हो जाएगा, जो कि 16 फरवरी तक अस्त ही रहेगा। 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र ग्रह अस्त रहेगा। इस कारण 11 दिसंबर के बाद अगले पांच महीने तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं रहेंगे।
सूर्य का धनु राशि में प्रवेश
दिवाली के बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ शुभ कार्य प्रारंभ हो गए हैं। 15 दिसंबर को रात 9.31 बजे सूर्य का धनु राशि में प्रवेश होने से धनुर्मास प्रारंभ हो जाएगा, जो 14 जनवरी तक रहेगा। इसके कारण मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होगा। ज्योतिषाचार्य विनोद रावत और जगदीश शर्मा ने बताया कि 15 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में आ जाएगा और 16 दिसंबर से मलमास शुरू हो जाएगा, यह 14 जनवरी तक रहेगा। 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त हो जाएगा और 16 फरवरी तक अस्त रहेगा। खरमास और गुरु ग्रह अस्त होने पर विवाह नहीं होते हैं। 11 दिसंबर के बाद 17 अप्रैल तक शुक्र ग्रह अस्त रहेगा, इसके चलते अगले पांच महीने तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं हैं।