- अनमोल एप में 50 प्रतिशत से कम फीडिंग पर 31 एएनएम को नोटिस
- कलेक्टर ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने नियमित टीकाकरण बीसीजी कवरेज और पेन्टा वैक्सीनेशन में 70 प्रतिशत से कम प्रगति पर अमरपाटन और रामपुर बघेलान के बीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार संपूर्ण टीकाकरण में एमआर-1 और एमआर-2 में 21 प्रतिशत ड्रॉपआउट गैप मिलने पर टीकाकरण की सुचारू मॉनिटरिंग नहीं किए जाने पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ चरण सिंह को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। जिला स्वास्थ समिति की बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा की।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एलके तिवारी ने बताया कि मीजल्स रूबेला और संपूर्ण टीकाकरण में एमआर-1 में 98 प्रतिशत तथा एमआर-2 में 88 प्रतिशत की उपलब्धि है। मीजल्स रूबेला में 7 माह में 38788 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य है। कलेक्टर ने मैन पावर बढ़ाकर टीकाकरण की गति बढ़ाने के निर्देश दिए।
एएमसी रजिस्ट्रेशन में अनुमानित लक्ष्य 49116 के विरुद्ध एचआईएमएस में 34231 और अनमोल एप में 30022 की फीडिंग पाई गई। इस प्रकार दोनों ऐप में 70 और 61 प्रतिशत में 9 प्रतिशत के अंतर पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। कलेक्टर ने कहा कि हितग्राहियों के अनमोल एप में रजिस्ट्रेशन के बाद ही लाभ मिलता है। दोनों की गैप फिलिंग कराएं और 50 प्रतिशत से कम फीडिंग वाली सभी 31 एएनएम को नोटिस जारी करें। इसी प्रकार प्रसव के मामले में एचआईएमएस में 18993 तथा अनमोल एप में 16804 हितग्राही की इंट्री पाई गई। परिवार कल्याण कार्यक्रमों में 7277 लक्ष्य के विरुद्ध 18 पुरुष और 1077 महिला नसबंदी की जानकारी दी गई।
आयुष्मान भारत की जानकारी में बताया गया कि जिले में 9 लाख 65 हजार कार्डधारी हैं। जिनमें अब तक 51803 ने मुफ्त उपचार लिया है। उपचार के लिए 68 करोड़ 49 लाख रुपये की सहायता स्वीकृत की गई है। सर्वाइकल कैंसर प्रोग्राम में 7046 रोगियों की स्क्रीनिंग की गई है। जिनमें 138 संभावित पॉजिटिव तथा 39 फॉल्स पॉजिटिव चिन्हित किए गए हैं।
पोषण पुनर्वास केंद्रों के एनआरसी आउटपुट इंडिकेटर की समीक्षा में सीएससी मझगवां में केवल 28 प्रतिशत रिकवर होने पर कलेक्टर ने बीएमओ और सीडीपीओ को संयुक्त रूप से बच्चों का फॉलोअप करने के सख्त निर्देश दिए। जिला स्वास्थ समिति की बैठक में मातृत्व एवं शिशु मृत्यु दर की स्थिति, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, अंधत्व निवारण, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, एसएनसीयू की गतिविधियों की समीक्षा की गई। मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी की अनुपस्थिति पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
निरीक्षण में अनुपस्थित पाये गये 18 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस

निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 के लिये जारी कार्यक्रमानुसार प्रकाशित प्रारुप मतदाता सूची के संबंध में दावा-आपत्ति आवेदन प्राप्त करने विशेष कैंप आयोजित किये जा रहे हैं। इस दौरान बीएलओ को मतदान केन्द्र में उपस्थित रहने के निर्देश हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा द्वारा मतदान केंद्रो में दावा-आपत्ति प्राप्त करने के कार्य के दौरान बीएलओ की उपस्थिति सुनिश्चित करने निरीक्षण दल गठित किया गया है।
निरीक्षण दल द्वारा जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में आयोजित विशेष कैंप के निरीक्षण के दौरान 18 केन्द्रों के बीएलओ अनुपस्थित पाये गये। अनुपस्थित पाये गये बीएलओ में विधानसभा रैगांव अंतर्गत मतदान केद्र मझबोगवां के बीएलओ रामरुप गर्ग, देवरा के रावेंद्र तिवारी, कोठी के नारायण दत्त त्रिपाठी, ओमप्रकाश पाठक, रामधनी वर्मा, भैंसवार के प्रताप सिंह वर्मा, कंचनपुर की शंकुतला शुक्ला, महतैन के राममिलन कोल, टेकनपुर के श्यामजी कोल, बेलगहना के राकेश उरमलिया, करहियाखुर्द के दयानंद मिश्रा, रेरुआ के साकेत बिहारी शर्मा, सितपुरा के विक्रम त्रिपाठी, राकेश अग्निहोत्री तथा विधानसभा सतना अंतर्गत मतदान केंद्र लिटिल फ्लावर स्कूल के गणेश प्रसाद गोस्वामी, धवारी की माया रैकवार, जवाहर नगर की नेहा कौसर तथा मतदान केन्द्र धवारी के बीएलओ रामगोविंद प्रजापति के नाम शामिल हैं।
बीएलओ की मतदान केन्द्रों में अनुपस्थिति के कारण फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण जैसा अति-महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित होने और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी संस्कृति जैन ने सभी 18 बीलएओ को कारण बताओ नोटिस जारी की है। सभी अनुपस्थित पाये गये 18 बीएलओ को मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत 2 वार्षिक वेतन वृ़द्ध रोकने एवं लोक प्रतिनिधित्व नियम 1951 के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही करने कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। नोटिस का जवाब 24 घंटे की समय-सीमा में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं। समाधानकारक जवाब नहीं होने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जायेगी।