सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश की सीमा पर रेलवे ट्रैक के पास बाघ दिखने के बाद दोनों प्रदेशों का वन अमला सक्रिय हो गया है। दोनों प्रदेशों के वनकर्मी अधिकारियों के निर्देश पर जहां बाघ की तलाश में सर्चिंग कर रहे हैं वहीं करंट लगाकर वन्यजीवों का शिकार करने वाले शिकारी भी वन विभाग की राडार पर हैं।
उल्लेखनीय है कि ठंड बढ़ने के साथ ही तराई अंचल में जंगली जानवरों का शिकार करने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। शिकारी वन्यजीवों की आहट मिलते ही आस-पास जीआई तार के माध्यम से करंट फैला देते हैं और इनमें फंस कर वन्य प्राणी दम तोड़ देते हैं।
इतना ही नहीं कई बार रहवासी इलाकों में करंट फैलाये जाने से आम लोगों की जान भी चली जाती है। बीते दिनों इसी तरह की एक घटना के बाद पुलिस व जिला प्रशासन ने वनविभाग के अफसरों को ताकीद करते हुए करंट लगाकर शिकार किये जाने की घटनाएं रोकने के निर्देश दिये थे। कई बार वन्य प्राणी रेलवे ट्रेन की चपेट में आकर भी मौत के मुंह में चले जाते हैं। बीते दिनों रेलवे ट्रैक के पास एक बाघ नजर आने के बाद पेट्रोलिंग करने वाले कर्मचारी भी दहशत में है।
शुक्रवार को पकड़े गये थे चार शिकारी
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को मझगवां रेंज के पिंड्रा बीट अंतर्गत बरहाहार गांव मे छह लोगों के द्वारा जगली सुअर का शिकार किया गया था। बाद में वन विभाग ने मांस के साथ चार लोगों को पकड़ा था जबकि दो लोगो अंधेरे का फायदा उठा कर फरार हो गये थे।