सीधी/ आम आदमी पार्टी के नेता एवं सीधी जिला अध्यक्ष इंजीनियर विवेक सोनी एवं जिला अनुशासन समिति अध्यक्ष मारकंडे रावत के द्वारा बेगुनाह बर्खास्त पटवारी को न्याय दिलाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम उपखंड प्रतिनिधि तहसीलदार देवसर दिव्या सिंह को ज्ञापन सौंपा गया है।ज्ञापन सौंपने के साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता कमलेश जायसवाल भी उपस्थित रहे।
सौंपे गए ज्ञापन में मुख्य रूप से मांग की गई है कि तहसील उपखंड एवं जिले के संगठित गिरोह द्वारा पटवारी हरिशंकर शुक्ला को सेवा से पृथक कराया गया है उसकी जांच कराकर सेवा से बहाल किया जाए। तत्कालीन हल्का पटवारी राजस्व निरीक्षक एवं तहसीलदार उपखंड अधिकारी एवं जिले के अधिकारी एवं कुछ विभागीय कर्मचारियों के द्वारा गलत आरोप लगाकर वर्ष 2010-11 में सेवा से पृथक किया गया जबकि ट्रांसफर रिलीव हो जाने के बाद वर्णित अधिकारियों/कर्मचारियों के द्वारा अपने को फंसाता देख ज्ञापन करता को अकारण फंसाया गया है जिसकी जांच कराकर दोषियों के ऊपर कार्यवाही की जाए। ग्राम कठदहा तत्कालीन तहसील देवसर के राजस्व खसरे में पदस्थापना के दौरान पटवारी के अभिरक्षा में रखे खसरे सुरक्षित थे,जिसको पटवारी द्वारा अभिलेखागार में जमा कर देने के बाद मध्यप्रदेश शासन की भूमि के स्थान पर भूमि स्वामी स्वत्व खसरे में सफेद स्याही से मिटा कर पुनः मध्यप्रदेश शासन दर्ज कर झूठा आरोप लगाते हुए कार्यवाही की गई है जिसकी जांच कराया जाए। तहसील देवसर में रखे अभिलेखों में ट्रांसफर रिलीव के 21 दिन पहले अभिलेखों में मध्यप्रदेश शासन की भूमि पर कई विभिन्न भूमि स्वामियों का नाम दर्ज कर पट्टा प्रदान किया गया था जिसकी जानकारी तहसील के प्रमुख अधिकारियों एवं कर्मचारियों को होने के बाद पटवारी को 21 दिनों के बीच में किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई थी उल्लेखनीय है कि 1 जुलाई 2010 को को जब जानकारी हो गई थी तो 9 जुलाई 2010 का झूठा एवं मनगढ़ंत बयान क्यों संलग्न किया गया जिसकी जांच कराई जाए।
आप पार्टी के नेताओं ने ज्ञापन पत्र प्रस्तुत कर मांग की है कि उपरोक्त उक्त बिंदुओं का अतिशीघ्र निराकरण किया जाए।यदि हमारे ज्ञापन पत्र को 10 दिवस के अंदर सभी 09 बिंदुओं का जांच कराकर दोषी व्यक्तियों के ऊपर कार्यवाही नहीं की जाती है,तो मजबूरन आम आदमी पार्टी जिला इकाई सीधी जिले की सिहावल विधानसभा के उपखंड देवसर अंतर्गत धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी जिसकी संपूर्ण जवाबदेही खंड प्रशासन देवसर और जिला प्रशासन सिंगरौली की होगी।