जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक संपन्न
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ आगामी माह में दशहरा, मिलाद-उन-नबी एवं अन्य त्यौहारों के दृष्टिगत बुधवार को कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में सभी त्यौहार जिले की गौरवशाली परंपरा अनुसार शांतिपूर्ण भाईचारे की भावना और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, स्पीकर नगर निगम राजेश चतुर्वेदी, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही, एसडीएम सिटी नीरज खरे, एसडीएम रघुराजनगर सुरेश कुमार गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर सुरेश जादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया, नगर पुलिस अधीक्षक महेंद्र सिंह, टीआई सिटी कोतवाली एसएम उपाध्याय, जिला आबकारी अधिकारी विभा मरकाम, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड आइके उपनारे, डालीबाबा रामलीला समाज के पीयूस दास जी, बिहारी रामलीला समाज के हरिप्रकाश गोस्वामी, राजेश दुबे, रत्नाकर चतुर्वेदी शिवा, पार्षद मिथिलेश सिंह, अशरफ अली बाबा, ददोली पांडेय सहित समिति के सदस्य एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
शांति समिति की बैठक में 5 अक्टूबर को परंपरागत दशहरा उत्सव मनाने के लिए व्यवस्थित व्यवस्थाएं बनाये रखने और शांति व्यवस्था कायम रखने के संबंध में चर्चा की गई। समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अगली बार से दशहरा में रावण दहन और रामलीला के कार्यक्रम कलेक्ट्रेट के पीछे और जिला पंचायत कार्यालय के बगल के विशाल मैदान में आयोजित किया जाएगा। डालीबाबा रामलीला समाज के लिए रावण दहन की रामलीला के लिए दशहरा के दिन हवाई पट्टी के पास का मैदान आवेदन करने पर दिए जाने का निर्णय लिया गया।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि दशहरा चल समारोह और नव दुर्गा पंडालों में आयोजन समिति की भी जिम्मेदारी शांति और व्यवस्था के लिए निर्धारित की जाएगी। झांकियां और पंडाल व्यवस्थित हों और विद्युत एवं फायर सेफ्टी का विशेष ध्यान रखें, ताकि कोई अनहोनी दुर्घटना नहीं हो। झांकियों और पंडालों में स्थापित दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन 4 स्थलों पर विसर्जन कुंड में किया जाएगा। इनमें माधवगढ़ सतना नदी, जिगनहट घाट सतना नदी, देवरा सतना नदी और उंचवा टोला सतना नदी में कृत्रिम विसर्जन कुंड बनाए जाएंगे। सीधे नदियों या तालाबों में तथा अन्य स्थलों पर प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं किया जाए। पंडाल, झांकियों एवं विसर्जन स्थल पर आयोजकों द्वारा वालंटियर रखे जाएंगे। प्रतिमाओं का विसर्जन व्यवस्थित रूप से किया जाए, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं हो। दुर्घटना होने पर समितियों पर भी जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी। प्रतिमाओं का विसर्जन दशहरा के दिवस ही एक साथ किया जाए।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने कहा कि दशहरा के अलावा 9 अक्टूबर को मिलाद-उन-नबी और 24 अक्टूबर को दीपावली त्यौहार मनाया जाएगा। सभी त्यौहार सौहार्दपूर्ण परंपरा के अनुसार मनाएं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गरबा का आयोजन करने वाले ग्रुप सीसीटीवी कैमरे और विद्युत तथा फायर सेफ्टी सुनिश्चित करेंगे। इसी प्रकार दुर्गा पंडालों में भी रात्रि में कम से कम एक वालंटियर तैनात रखें और फायर, इलेक्ट्रिसिटी सेफ्टी सुनिश्चित कराएं। प्रतिमाओं के विसर्जन स्थलों पर आयोजकों के वालंटियर्स प्रतिमा विसर्जन करेंगे, ताकि कोई अनहोनी या दुर्घटना से बचा जा सके। कलेक्टर ने कहा कि दीपावली के अवसर पर चित्रकूट में पांच दिवसीय मेला भी रहेगा। प्रशासन द्वारा त्यौहार और मेले पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं एवं सुरक्षात्मक उपाय किए जाएंगे। जिले की गौरवशाली परंपरा अनुसार खुशियों और सुरक्षा के साथ त्यौहार मनायें।