अनूपपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के कोतमा थाना अंतर्गत एक 21 वर्षीय छात्रा के अपहरण का मामला 29 अगस्त को सामने आया था। पुलिस ने जब मामले की पड़ताल शुरू की तो सच्चाई जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। दरअसल युवती जिसके अपहरण की साजिश रची गई वह दिल्ली घूमने जाना चाहती थी। अपनी इस योजना को पूरा करने के लिए कालेज में पढ़ने वाले एक सहपाठी की मदद ली। दोनों की अपहरण कर फिरौती मांगने की योजना में शहडोल में रहने वाले मित्र ने भी मदद की। युवती ने अपने अपहरण के लिए घरवालों से पांच लाख की फिरौती की मांग रखवाई, ताकि अपनी इच्छा पूरी कर सके। पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए लड़की के दोनों मित्रों को न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया है।
कोतमा पुलिस के अनुसार युवती कोतमा कालेज में अध्ययनरत है। युवती की दोस्ती जमुना निवासी एक 19 वर्षीय युवक से हुई। लड़की के माता-पिता किसान हैं। लड़की दिल्ली जाना चाहती थी, जिसके लिए उसे पैसों की जरूरत थी, जिसे पूरा करने के लिए सहपाठी के साथ मिलकर स्वयं के अपहरण की योजना बनाई। युवती के मित्र गौरव शर्मा ने इस कार्य में मदद के लिए शहडोल निवासी रोहित जायसवाल से संपर्क बनाया। फिर दोनों शहडोल के घर वाला मोहल्ला में एक किराए के मकान पर ठहरे और यहीं से लड़की ने अपनी बुआ के नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज कराया कि उसका अपहरण कर लिया गया है, पांच लाख रुपये की व्यवस्था करो। बुआ के मोबाइल पर कुर्सी में बंधी हुई लड़की की फोटो भी भेजी गई। धमकी दी गई कि यदि पुलिस को बताया गया तो हाथ काट दिया जाएगा। युवती का दोस्त बुआ के मोबाइल नंबर पर पहले भी मैसेज भेजा करता था। लड़की के भाई ने कोतमा थाने में मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से उक्त लड़की को बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने छात्रा को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर बयान कराए हैं।
युवती की बुआ के मोबाइल पर बंधक बनाने की सूचना दी गई थी। इसके बाद साइबर सेल की मदद से युवती को दो घंटे में शहडोल से दस्तयाब कर लिया है।