सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 18 से 65 साल का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान से किसी भी तरह की कमजोरी नहीं हो सकती है। रक्तदान करने वाले व्यक्ति का वजन 50 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए। रक्तदान करने से पहले प्रत्येक रक्तदाता के स्वास्थ्य की जांच की जाती है। रक्तदान करने वाले को स्वास्थ्य जांच की निःशुल्क सुविधा होती है। रक्तदान करने से पहले रक्तदाता के ब्लड ग्रुप, हीमोग्लोबिन की मात्रा, मलेरिया पैरासाइट, एचआईव्ही संक्रमण, एचसीव्ही तथा क्रुंब्स टेस्ट कराए जाते हैं।
सीएमएचओ ने बताया कि जिन व्यक्तियों का हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम से अधिक हो वे रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने के लिए ब्लड प्रेशर का भी सामान्य होना आवश्यक है। रक्तदान करने से हमें एक ओर आत्मिक संतोष मिलता है। वहीं यह किसी व्यक्ति को नया जीवन भी देता है। एक व्यक्ति द्वारा रक्तदान करने पर उस रक्त का तीन भागों में विभाजन होता है। रक्त एक व्यक्ति के द्वारा दिए गए रक्त का लाभ तीन रोगियों को मिलता है। रक्तदान एक दर्द रहित प्रक्रिया है, जो लगभग 10 मिनट में पूरी हो जाती है। सुरक्षा के सभी उपायों तथा स्वास्थ्य जांच के बाद ही किसी भी व्यक्ति का रक्त लिया जाता है। रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा और सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है।
मत्स्य महासंघ के कर्मचारियों को मिलेगा 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता
छात्र-छात्राओं को शिक्षा के लिए तीन गुना छात्रवृत्ति मिलेगी
मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट की अध्यक्षता में मत्स्य महासंघ काम-काज समिति की 106वीं बैठक में मत्स्य महासंघ के कर्मचारियों को 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। साथ ही मछुआ समाज के बच्चों को शिक्षा के लिए विभाग द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति की राशि बढ़ा कर 25 लाख रूपए की गई है। मछुआ समाज के लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए विशेष अनुदान और प्रोत्साहन राशि देने विशेष कैंप लगाए जाने का भी निर्णय लिया गया है।
मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि छात्र-छात्राओं को शहरों में कोचिंग सुविधा और अनुदान दिये जाने का प्रस्ताव समिति की आगामी बैठक में रखें। उन्होंने कहा कि मछुआ समाज के ऐसे बच्चे जिनकी पढ़ाई बीच में ही छूट गई है, उनको कौशल विकास प्रशिक्षण से जोड़ कर रोजगार के अवसर दिये जाये। मंत्री श्री सिलावट ने मत्स्य महासंघ और विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष की राशि का पूरा उपयोग नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि आवंटित बजट राशि का पूरा उपयोग किया जाये।