रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रदेश के रीवा और सीधी जिले के बीच पहाड़ काटकर मध्य प्रदेश की सबसे लंबी दोहरी टनल (सुरंग) बनाई गई है। इसका निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा से छह माह पहले ही पूर्ण करने की उम्मीद है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने निर्माण कार्य की गति को लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने बताया कि टनल का 97 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। यह छह (तीन-तीन) लेन सुरंग मोहनिया घाटी में बन रही है, जो साढ़े तीन साल में पूर्णता की ओर है। निगरानी के लिए इसमें 100 से ज्यादा आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। टनल में वाटरप्रूफ दीवारें हैं, जो पानी के रिसाव से बचाव करेंगी।
यहां हो रहा निर्माण
झांसी-रांची हाईवे क्रमांक-39 में पहाड़ों को काटकर बनी सुरंग 2.3 किमी लंबी है। कोई वाहन टनल के अंदर खराब हुआ तो तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी। यह टनल 100 साल के लिए बनी है और इससे रीवा और सीधी की दूरी सात किमी कम हो जाएगी।
टनल में यह है खास
- मोहनिया घाटी में वाहनों को जो अतिरिक्त समय लगता था, वह बचेगा।
- टनल और बायपास निर्माण के लिए मार्च 2023 तक का समय निर्धारित था।
- टनल में अप व डाउन दिशा में टू लेन की सड़क है, जो छह स्थानों पर आपस में जुड़ी है।
- कहीं पर जाम की स्थिति बनने पर यातायात डायवर्ट किया जा सकेगा। वापस लौटा जा सकेगा।
- रीवा के बदवार में स्थित एशिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा प्लांट से 24 घंटे बिजली आपूर्ति होगी।
- पहाड़ी के नीचे सुरंग, उसके ऊपर नहर और उुपर से सड़क होगी।
- टनल के ऊपर बाणसागर बांध से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लिए अलग-अलग नहर के ऊपर एक्वाडक्ट का निर्माण किया गया है।
- हादसा हुआ तो चंद मिनटों में पहुंच जाएगी एनएचएआइ की टीम। पुलिस भी करेगी गस्त।
- दोनों टनल 13-13 मीटर चौड़ी और ऊंचाई छह मीटर है।
यह भी जानें
- प्रोजेक्ट-टि्वन ट्यूब रोड टनल
- लागत- 1004 करोड़ रुपये
- सड़क लंबाई- 15 किमी
- क्रियान्वयन एजेंसी- एनएसएआइ
- निर्माण एजेंसी-डीबीएल
- कार्य आरंभ-14-12-2018