शहडोल,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के ब्यौहारी क्षेत्र में एक रेल कर्मचारी को मृत मानकर पुलिस ने पोस्टमार्टम करा दिया और बाद में जब ज्ञानेंद्र ब्यौहारी में रहकर ड्यूटी करते हैं। इसके बाद परिजन कमरे में गए तो अंदर ज्ञानेंद्र सोते हुए मिला। उसे उठाकर पूरा घटनाक्रम बताया गया तो वह अचम्भित हो गया। रेलवे पुलिस के कमल सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर शव को अपने कब्जे में लिया गया है। पहचान करने वाले ठीक से नहीं पहचान पाए, जिसके कारण यह स्थिति बनी है। अब सब कुछ सामान्य है, वहीं जो शव मिला उसकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। उसको दफन करा दिया गया है और जांच चल रही है। ज्ञानेद्र पांडेय ने कहा कि उनके साथियों ने पहचानने में गलती की और पुलिस ने सही तरीके से खोचबीन नहीं किया, जिसके यह स्थिति बनी है। मेरे या मेरे परिवार के लिए यह बहुत दुखद था। परिजन मृतक का मोबाइल लेने के लिए उसके कमरे में गए तो वह सोते हुए मिला। इसके बाद परिज्नों की खुशी का ठिकाना न रहा, वहीं आरपीएफ, जीआरपी, ब्यौहारी पुलिस एवं रेलवे के अधिकारियों बड़ी लापरवाही सामने आई है।
जानकारी के अनुसार कटनी-चौपन लाइन में ब्यौहारी से कटनी के बीच ट्रैक पर 20 अगस्त को एक शव मिला। जानकारी लगने पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेलवे के स्थानीय अधिकारी-कर्मचारियों से शव की पहचान कराई तो ट्रैकमैन ज्ञानेंद्र पांडेय पुत्र स्वा. वृंदावन पांडेय का नाम आया।
ज्ञानेंद्र पांडेय ब्यौहारी में ही ट्रेकमैन के पद पर पदस्थ है। इसके ज्ञानेद्र के स्वजनों को पुलिस लाइन शहडोल में सूचना दी गई, तब तक रात हो गई। दूसरे दिन सुबत ज्ञानेंद्र के बड़े भाई देवेंद्र पांडये किराये के दो वाहनों में अपने परिज्नों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। शव क्षत-विक्षत था और कपड़े मिलते-जुलते होने के कारण उन्होंने मान लिया, उनके भाई का ही शव है। रेलवे के कर्मचारी इसकी पुष्टि कर चुके थे, इसलिए उन्होंने अधिक खोजबीन नहीं की। सभी परिजन रोने-बिलखने लगे। इसके बाद शव का उठाकर ब्यौहारी थाना ले जाकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही की कराई गई। पोस्टमार्टम के बाद शव घर ले जाने से पहले मृतक के भाई ने कहा मोबाइल मौके पर नहीं मिला है, हो सकता है कमरे हो देख लेते हैं।
ज्ञानेंद्र ब्यौहारी में रहकर ड्यूटी करते हैं। इसके बाद परिजन कमरे में गए तो अंदर ज्ञानेंद्र सोते हुए मिला। उसे उठाकर पूरा घटनाक्रम बताया गया तो वह अचम्भित हो गया। रेलवे पुलिस के कमल सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर शव को अपने कब्जे में लिया गया है। पहचान करने वाले ठीक से नहीं पहचान पाए, जिसके कारण यह स्थिति बनी है। अब सब कुछ सामान्य है, वहीं जो शव मिला उसकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। उसको दफन करा दिया गया है और जांच चल रही है। ज्ञानेद्र पांडेय ने कहा कि उनके साथियों ने पहचानने में गलती की और पुलिस ने सही तरीके से खोचबीन नहीं किया, जिसके यह स्थिति बनी है। मेरे या मेरे परिवार के लिए यह बहुत दुखद था।