Health news migraine medicine can also help in reducing obesity: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ माइग्रेन के दर्द से राहत पानी है तो सबसे आसान तरीका है मसाज। आप या तो खुद या किसी से अपनी मसाज करवाएं। मसाज से ब्लड सर्कुलेशन को बूस्ट होगा जिससे आपको आराम मिलेगा और दर्द भी कम होगा। लेकिन विज्ञानियों ने एक हालिया अध्ययन में पाया है कि माइग्रेन के इलाज में सामान्य तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवा ट्रिप्टांस मोटापा कम करने में भी मददगार हो सकती है। अध्ययन के दौरान एक मोटे चूहे को ट्रिप्टांस की रोजाना एक खुराक दी गई। इससे उसका भोजन कम हुआ और महीने भर में वजन भी घटा। अमेरिका स्थित पीटर ओ डोन्नेल जूनियर ब्रेन इंस्टीट्यूट में इंटरनल मेडिसिन एंड न्यूरोसाइंस के सहायक प्रोफेसर तथा अध्ययन के नेतृत्वकर्ता चेन लिउ ने कहा, “हमने बताना चाहा है कि पहले से ही सुरक्षित इन दवाओं को भूख दबाने और वजन घटाने के लिए प्रस्तावित किया जा सकता है।”
क्या होता है सेरोटोनिन
विज्ञानी जानते हैं कि मस्तिष्क व शरीर में पाया जाने वाला एक रासायनिक मैसेंजर सेरोटोनिन भूख का महत्वपूर्ण कारक है। सेरोटोनिन रिसेप्टर 15 प्रकार के होते हैं। ये सेरोटोनिन को संवेदनशील बनाते हैं और उनके व्यवहार में बदलाव के लिए प्रेरित करते हैं। गंभीर माइग्रेन एवं सिरदर्द के इलाज में काम आने वाली ट्रिप्टांस एक अलग रिसेप्टर सेरोटोनिन 1बी को निशाना बनाती है। डा. लिउ ने कहा कि इस दवा का पहले भूख व वजन घटाने के संदर्भ में ठीक से अध्ययन नहीं किया गया था। नई दवाओं के विकास में यह अनुसंधान महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि बिना डाक्टर की सलाह के मोटापा घटाने वाली किसी भी दवा का इस्तेमाल उचित नहीं होता।
माइग्रेन के लक्षण समझें
पूरे या आधे सिर में तेज दर्द, तेज आवाज या रोशनी से घबराहट, उल्टी आना या जी मचलाना, किसी काम में मन न लगना, भूख कम लगना, पसीना अधिक आना, कमजोरी मसूस होना, आंखों में दर्द या धुंधला दिखाई देना।